OBC, EBC, सवर्ण, दलित... नीतीश की कैबिनेट में किस वर्ग से बने कितने मंत्री?

बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए सरकार का गठन हो गया है. एनडीए के मंत्रिमंडल में अगड़ी और पिछड़ी जाति से 8-8 मंत्री बनाए गए हैं तो दलित समुदाय से पांच मंत्री बने हैं. इसके अलावा मुस्लिम समुदाय से भी एक मंत्री बनाया गया है.

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नीतीश कुमार बने बिहार 10वीं बार मुख्यमंत्री (Photo-ANI) नीतीश कुमार बने बिहार 10वीं बार मुख्यमंत्री (Photo-ANI)

कुबूल अहमद

  • नई दिल्ली,
  • 20 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:51 PM IST

बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार एक बार फिर बन गई है. पटना के गांधी मैदान में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई. बीजेपी कोटे से सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा उपमुख्यमंत्री बनाए गए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा एनडीए सरकार में 26 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली.

नीतीश कुमार को भले ही बीजेपी ने सत्ता की कमान सौंपी हो, लेकिन मंत्रिमंडल में बीजेपी ने खुद को बड़े भाई की भूमिका में रखा है. 27 सदस्यीय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित जनता दल (यूनाइटेड)  कोटे से आठ मंत्री बने, तो बीजेपी कोटे से दो उप-मुख्यमंत्री सहित 15 मंत्री बनाए गए हैं.

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एनडीए के घटक दलों में चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) (LJP (R)) से दो मंत्री बनाए गए हैं, तो जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी से एक-एक मंत्री बने हैं। मंत्रिमंडल के ज़रिए एनडीए ने बिहार के जातीय और सामाजिक समीकरण को साधने की कवायद की है. अगड़ी जाति से लेकर पिछड़ी और अति-पिछड़ी जाति सहित अल्पसंख्यक समुदाय को भी प्रतिनिधित्व देने का काम किया गया है.

नीतीश सरकार में किस जाति को कितने मंत्री

नीतीश कुमार की सरकार में 8 मंत्री अगड़ी जाति से बनाए गए हैं. बीजेपी ने अपने कोर वोटबैंक का ख़्याल रखते हुए अगड़ी जाति से 5 मंत्री बनाए हैं, तो जेडीयू ने सिर्फ दो अगड़ी जाति के नेताओं को मंत्री बनाया है। एलजेपी (आर) ने एक अगड़ी जाति से मंत्री बनाया है.

ओबीसी-ईबीसी समुदाय से सबसे ज़्यादा मंत्री बनाए गए हैं। एनडीए सरकार में कुल 12 मंत्री ओबीसी, ईबीसी और वैश्य समुदाय से बने हैं. बीजेपी ने 8, जेडीयू ने 3 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) से एक मंत्री बनाए गए हैं. नीतीश के मंत्रिमंडल में दलित समुदाय से 5 मंत्री बने हैं। बीजेपी कोटे से दो और जेडीयू  से एक मंत्री बनाए, तो एलजेपी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने भी एक-एक मंत्री दलित समाज से बनाए हैं। इसके अलावा जेडीयू ने अपने कोटे से एक मुस्लिम समाज का मंत्री बनाया है.

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अगड़ी जाति को नीतीश कैबिनेट में कितनी जगह

एनडीए ने बिहार के सियासी समीकरण के लिहाज़ से कैबिनेट का गठन किया है. एनडीए ने अगड़ी जाति से कुल 8 मंत्री बनाए हैं. एनडीए सरकार में अगड़ी जाति में दो भूमिहार, चार राजपूत, एक ब्राह्मण और एक कायस्थ समाज से मंत्री बनाए गए हैं.

बीजेपी ने अगड़ी जाति से 5 मंत्री बनाए हैं, जिसमें भूमिहार समाज से आने वाले विजय कुमार सिन्हा को उप-मुख्यमंत्री बनाया है, तो ब्राह्मण जाति से आने वाले मंगल पांडेय को मंत्री बनाया है। राजपूत समुदाय से दो मंत्री बने हैं, जिसमें संजय सिंह 'टाइगर' और श्रेयसी सिंह हैं. इसके अलावा कायस्थ समाज से आने वाले नितिन नबीन को दोबारा मंत्री बनाया है.

जेडीयू ने अगड़ी जाति से दो मंत्री बनाए हैं, जिसमें एक राजपूत और एक भूमिहार समुदाय से हैं. भूमिहार जाति से आने वाले विजय कुमार चौधरी और राजपूत समाज से लेशी सिंह को मंत्री बनाया गया है। एलजेपी ने राजपूत जाति से आने वाले संजय कुमार सिंह को मंत्री बनाया है.

ओबीसी-ईबीसी-वैश्य समाज से कितने मंत्री बने

एनडीए सरकार में मुख्यमंत्री सहित 13 मंत्री ओबीसी, ईबीसी और वैश्य समुदाय से बने हैं. इस तरह इस समुदाय को सबसे बड़ी हिस्सेदारी दी गई है. बीजेपी ने 8, जेडीयू ने 4 और आरएलएम से एक मंत्री बनाए गए हैं. नीतीश सरकार में कुर्मी-कोइरी समाज के साथ यादव समुदाय का भी ख़ास ख़्याल रखा गया है. कुर्मी समुदाय से आने वाले नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने, तो कोइरी समाज से आने वाले सम्राट चौधरी उप-मुख्यमंत्री बनाए गए हैं.

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बीजेपी ने कोइरी समाज से सम्राट चौधरी को उपमुख्यमंत्री बनाया है, तो यादव समुदाय से रामकृपाल यादव मंत्री बने हैं. धानुक जाति से सुरेंद्र मेहता, कहार जाति से डॉ. प्रमोद कुमार चंद्रवंशी, तेली समाज से आने वाले नारायण प्रसाद और मल्लाह समाज से आने वाली रमा निषाद मंत्री बनी हैं. वैश्य समाज से दो मंत्री बने हैं, जिसमें डॉ. दिलीप जायसवाल और अरुण शंकर प्रसाद शामिल हैं.

जेडीयू से चार मंत्री बनाए गए हैं, जिसमें तीन अलग-अलग जातियों को शामिल किया गया है. कुर्मी समाज से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं और अपने करीबी श्रवण कुमार को मंत्री बनाया है. इसके अलावा यादव समाज से विजेंद्र यादव और निषाद समाज से मदन सहनी को कैबिनेट में शामिल किया है. इसके अलावा उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री बनाया गया है, जो कोइरी जाति से आते हैं.

नीतीश सराकार में कितने दलित-मुस्लिम मंत्री 

नीतीश कुमार की अगुवाई वाले मंत्रिमंडल में पांच दलित समुदाय के सदस्यों को मंत्री बनाया गया है. दलित चेहरे के तौर पर बीजेपी ने अपने कोटे से लखेंद्र पासवान और सुनील कुमार को मंत्री बनाया है.  जेडीयू ने दलित चेहरे के तौर पर अशोक चौधरी को मंत्री बनाया है. चिराग पासवान की पार्टी से संजय कुमार पासवान मंत्री बनाए गए हैं और जीतनराम मांझी की पार्टी से उनके बेटे संतोष कुमार सुमन को मंत्री बनाया गया है.

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एनडीए में दलित समुदाय में दुसाध समुदाय से दो मंत्री, तो एक मुसहर और एक पासी समुदाय से मंत्री बनाए गए हैं. इसके अलावा एक रविदासी समुदाय से मंत्री बनाया गया है. मुसलमानों को प्रतिनिधित्व देने के लिए जेडीयू ने अपने कोटे से ज़मा खान को मंत्री बनाया है। इस तरह नीतीश सरकार में सर्व समाज को हिस्सेदारी देने की कवायद की गई है. 

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