महाराष्ट्र में प्याज के गिरते दामों में किसान बेहद हताश और परेशान हैं. इसको लेकर अब किसान विरोध प्रदर्शन पर भी उतर आए हैं. अलग-अलग तरीके से वे प्याज के गिरते दामों के खिलाफ अपना रोष दिखा रहे हैं. सड़कों पर प्याज फेंकते या फिर मुफ्त बांटने वाले कई वीडियो हाल के महीने में वायरल भी हुए हैं.
नाशिक के नैताले के रहने वाले किसान संजय साठे ने प्याज से गणेश की मूर्ति बनाकर सरकार का ध्यान लगातार गिर रहे प्याज के दामों के दिलाने की कोशिश की है. इस दौरान उन्होंने भगवान गणेश से सरकार को ज्ञान देने की प्रार्थना की है.
किसान संजय साठे कहते हैं कि राज्य में कृषि उपज पर मूल्य नहीं मिल पा रहा है. बड़ी संख्या में किसान आत्महत्या करने लगे हैं. प्याज के दाम कम होने से किसानों की उत्पादन लागत नहीं आ रही है. कृषि व्यवसाय में घाटा हो रहा है. कोरोना के दौरान हुए भारी नुकसान से हर किसान के सिर पर कर्ज का पहाड़ है.
वहीं, महाराष्ट्र के वशिम ज़िले में भी कुछ किसानों ने मिलकर प्याज़ की फसल से गणेशजी की मूर्ति बनाई है. वाशिम ज़िले के कामरगाव के जय भवानी गणेश मंडल ने 60 किलो प्याज़ की फसल से गणेशजी की मूर्ति की स्थापना की गई है.
बता दें कि इस बार विदर्भ के किसानों की प्याज की फसल बहुत अच्छी हुई थी. किसान खुश थे कि इस बार उन्हें बंपर मुनाफा हासिल होगा, लेकिन हमेशा की तरह इस बार अच्छी फसल होने के बावजूद किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा. बाजार में प्याज 3 से 4 रुपये प्रति किलो बिक रही है. कई किसानों ने तो त्रस्त होकर अपनी फसल मुफ्त में ही लोगों के बीच बांट दी.
प्याज़ की फसल के गणेशजी बनाने के पीछे किसानों की मंशा यह है कि आने वाले दिनों में प्याज की उपज पर अच्छे दाम मिले. यहां इसे बनाने में 1 किलो लोहे की बारीक तार और 2 मीटर सफेद कपड़े का इस्तेमाल किया गया है. इस मूर्ति को बनाने में महज 500 रुपये का खर्च आया है.
(नासिक से प्रवीण ठाकरे, वाशिम से जका खान की रिपोर्ट)