scorecardresearch
 

शहबाज शरीफ बोले- तालिबान का हमला भारत की शह पर, टू फ्रंट वॉर की तैयारी में मुनीर की सेना, फिर 'हॉट टॉक' करने लगा PAK

पाकिस्तान ने एक बार फिर अफगानिस्तान के साथ खूनी टकराव का ठीकरा भारत पर फोड़ा है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बेसिर-पैर का आरोप लगाते हुए कहा है कि अफगान तालिबान भारत की शह पर पाकिस्तान पर हमले कर रहा है. अब तक पाकिस्तान TTP को फितना-अल-ख्वारिज बताता था लेकिन अब बौखलाहट में उसने अफगानिस्तान की सरकार को ही घेरना शुरू कर दिया है.

Advertisement
X
पाकिस्तानी एयरस्ट्राइक के जवाब में तालिबान ने पाकिस्तान पर तगड़ा प्रहार किया है. (Photo: ITG)
पाकिस्तानी एयरस्ट्राइक के जवाब में तालिबान ने पाकिस्तान पर तगड़ा प्रहार किया है. (Photo: ITG)

अफगानिस्तान के साथ लड़ाई में दर्जनों सैनिकों को गंवाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आखिरकार इंडिया वाला एंगल चल ही दिया. शहबाज शरीफ ने कहा है कि अफगानिस्तान ने 'भारत के इशारे पर' पाकिस्तान पर हमला किया, क्योंकि ये हमले तब हुए जब अफगानिस्ता के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी दिल्ली में थे. 

वहीं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ अब टू फ्रंट वॉर की बात कर रहे हैं. ख्वाजा आसिफ ने हवाई किले गढ़ते हुए कहा कि भारत फिर से जंग छेड़ सकता है और पाकिस्तान इसके लिए तैयार है. ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान अब अफगानिस्तान और भारत से एक साथ युद्ध की तैयारी कर रहा है. 

अफगानिस्तान और पाकिस्तान की ताजा जंग हाल के दिनों में दोनों मुल्कों के बीच सबसे भयंकर खूनी टकराव है. इस लड़ाई में पाकिस्तान के दर्जनों सैनिक मारे गए हैं. बौखलाए पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के कई शहरों में एयर स्ट्राइक किया है. इससे कई नागरिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचा हैं. घर टूट गए हैं, स्कूल ढह गए हैं. 

काबुल, पक्तिका, खोस्त, नांगरहर, कंधार और हेलमंद प्रांतों में पाकिस्तान ने 20 से अधिक स्थानों पर एयरस्ट्राइक की है. अगर मानवीय नुकसान की बात करें तो तालिबान के अनुसार 12 से अधिक नागरिक मारे गए, जबकि 100 से ज्यादा घायल हुए. 15-20  तालिबानी लड़ाकों की मौत भी खबरें आई है. 

Advertisement

कंधार के स्पिन बोल्डक में पाकिस्तान-अफगानिस्तान का 'फ्रेंडशिप गेट' बुरी तरह ढह गया है. 

अभी भले ही दोनों देशों के बीच सीजफायर की स्थिति है लेकिन तनाव जारी है.  शहबाज शरीफ ने चुनौती भरे अंदाज में कहा है कि यदि यह सीजफायर केवल समय लेने के लिए किया गया है, तो हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे."

इसके शरीफ ने इस जंग में बिना वजह भारत को खींचने की कोशिश की. शरीफ ने आरोप लगाया कि अफगानिस्तान भारत की शह पर हमले कर रहा है, और ये हमले तब हो रहे हैं जब अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी भारत में थे. 

शहबाज शरीफ भारत का बेबुनियाद आरोप लगा रहे थे तो पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ दो मोर्चे पर जंग की तैयारी कर रहे थे. 

एक टीवी साक्षात्कार के दौरान पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान संभावित दो मोर्चों पर संघर्ष की तैयारी कर रहा है. एक इंटरव्यू के दौरान ख्वाजा आसिफ से पूछा गया भारत भी पाकिस्तान पर हमले कर सकता है, क्या आपको ऐसी आशंका है?

इसके जवाब में ख्वाजा आसिफ ने कहा,' बिल्कुल, आप इससे इनकार नहीं कर सकते. इसकी प्रबल संभावनाएं हैं.'

आगे उनसे एंकर ने पूछा, "खुदा के लिए, स्थिति तनावपूर्ण है, अगर दो मोर्चों पर युद्ध छिड़ जाता है, तो क्या आपने जवाबी कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री से मुलाकात की है?”

Advertisement

इस पर ख्वाजा आसिफ ने कहा, "हां, हम रणनीति तैयार कर रहे हैं, मैं उन पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं कर सकता, लेकिन हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं."

आसिफ की यह टिप्पणी सीमा पर पाकिस्तानी और अफ़गान सेनाओं के बीच भीषण झड़पों के बीच आई है . 

युद्ध अपराधों की दोषी है पाक सेना

वहीं अफगानिस्तान पर इस हमले के लिए पाकिस्तान के कई संगठनों ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाया है. पश्तून तहफ़ुज़ मूवमेंट के नेता मंज़ूर पश्तीन ने काबुल पर पाकिस्तानी सेना के हालिया हवाई हमलों की निंदा की है और नागरिकों को निशाना बनाने को युद्ध अपराध बताया है.

उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तानी सेना बार-बार निर्दोष लोगों पर हमला करके युद्ध के मैदान में अपनी नाकामियों को छुपाती है.

एक्स पर एक पोस्ट में पश्तीन ने लिखा, "युद्ध अपराधों की सबसे बड़ी अपराधी पाकिस्तानी सेना हमेशा युद्ध के मैदान में खाली हाथ आम लोगों पर अपना गुस्सा और हार का डर उतारती है."

पूर्व अफ़ग़ान राजनयिक अजीज महाराज ने टोलो न्यूज के हवाले से कहा, "दुर्भाग्य से पाकिस्तान नागरिकों को निशाना बनाकर हमले करके सभी अंतरराष्ट्रीय मानदंडों जैसे हस्तक्षेप न करने के सिद्धांत, आपसी सम्मान, क्षेत्रीय अखंडता, मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा, 1949 के जिनेवा कन्वेंशन और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII—का उल्लंघन कर रहा है. इससे किसी को कोई फायदा नहीं है.

Advertisement

इन हमलों और बढ़ते तनाव के मद्देनजर काबुल और इस्लामाबाद के बीच 48 घंटे का युद्धविराम स्थापित किया गया है. 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement