पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान हर रोज नई मुसीबतों का सामना कर रहे हैं. हाल ही में गोलीबारी जैसे बड़ी घटना में घायल होने के बाद इमरान खान के सामने नई समस्या पैदा हुई है. दरअसल, पाकिस्तान टेलीविजन पर इमरान खान के लाइव भाषण, प्रेस कॉन्फ्रेंस आदि पर पूरी तरह से बैन लगा दिया. हालांकि बाद में पाकिस्तान सरकार ने प्रतिबंध हटाने का निर्देश दिया.
PEMRA द्वारा आदेश जारी होने के कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तान सरकार ने अनुच्छेद 5 को लागू किया और PEMRA को तुरंत प्रतिबंध हटाने का निर्देश दिया.
पहले पाकिस्तान की इलेक्ट्रोनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (PEMRA) ने एक आदेश जारी कर इमरान की कवरेज पर बैन लगाने का फैसला लिया था. इसके पीछे कहा गया था कि उनके भाषण को प्रसारित करना लॉ & ऑर्डर को बिगाड़ने जैसा है. PEMRA ने कहा कि इमरान लोगों में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं.
इमरान पर हुआ हमला
बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर हाल ही में फायरिंग हुई थी, उनके पैर में गोली लगी थी. जिसके बाद लाहौर के शौकत खानम अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस फायरिंग में एक शख्स की मौत भी हुई. पीटीआई के अध्यक्ष इमरान पर गोलीबारी के विरोध में पाकिस्तान के छोटे-बड़े कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन के मामले देखे गए. देश के कई शहरों में इसे लेकर विरोध भी देखा गया.
मीडिया ने कवर नहीं किया लॉन्ग मार्च
घटना के वक्त इमरान खान लॉन्ग मार्च पर थे. इस प्रोग्राम को भी पाकिस्तानी मीडिया ने कवर नहीं किया था. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (PEMRA) ने टीवी चैनलों को इमरान खान के आजादी मार्च के लाइव कवरेज करने से रोक दिया था.
क्या है इमरान का लॉन्ग मार्च?
कुछ दिन पहले ही इमरान खान ने लाहौर के लिबर्टी चौक से 'हकीकी आजादी लॉन्ग मार्च' शुरू किया है, ये मार्च इस्लामाबाद तक जाएगा. इस मार्च के दौरान उन पर हमला हो गया. हालांकि, वजीराबाद में फायरिंग करने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया. आरोपी ने स्वीकार किया है कि उसी ने इमरान खान पर फायरिंग की थी. उसने बताया कि इमरान और उनकी पार्टी के दूसरे नेता अजान के समय डेक बजाकर शोर कर रहे थे. लोगों को भी गुमराह किया जा रहा था. ये उससे देखा नहीं गया, इसलिए उसने गोली चला दी.