पाकिस्तान की सरकार ने इमरजेंसी आर्थिक योजना के तहत कई सामान पर प्रतिबंध लगा दिया है. सरकार ने मोबाइल फोन, कारों, घरेलू उपकरणों और हथियारों जैसी सभी गैर-जरूरी विलासिता की वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगाया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने गुरुवार को इस फैसले की घोषणा करते हुए ट्वीट किया कि इस कदम से देश की कीमती विदेशी मुद्रा की बचत होगी.
डॉलर की कीमत करीब 200 पाकिस्तानी रुपये के बराबर
गौरतलब है कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया हाल के समय में काफी कमजोर हो गया है और एक डॉलर की कीमत करीब 200 पाकिस्तानी रुपये के बराबर हो गयी है.
My decision to ban import of luxury items will save the country precious foreign exchange. We will practice austerity & financially stronger people must lead in this effort so that the less privileged among us do not have to bear this burden inflicted on them by the PTI govt.
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) May 19, 2022
पाकिस्तान की सूचना एवं प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा कि जिन विदेशी वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें कार, फोन, सूखे मेवे, मांस, फल, फर्नीचर, घरेलू उपकरण, हथियार, मेकअप, शैंपू, सिगरेट और संगीत वाद्ययंत्र शामिल हैं जिनका आम जनता द्वारा उपयोग नहीं किया जाता है.
Government has banned the import of following luxury items to save precious foreign exchange. pic.twitter.com/7JVMYQ0HNx
— Government of Pakistan (@GovtofPakistan) May 19, 2022
'इमरान खान द्वारा डाले गए बोझ को हटाएं'
शहबाज़ शरीफ ने ट्वीट किया, हम आत्मसंयम के साथ अपनी पूरी कोशिश करेंगे. देश के आर्थिक रूप से मजबूत लोग सरकार के इस प्रयास में आगे आकर नेतृत्व करें, ताकि वंचित लोगों पर इमरान खान सरकार द्वारा डाले गए इस बोझ को हटाया जा सके.
शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान इन चुनौतियों का सामना पूरी मजबूती के साथ करेगा.