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Israel Hamas War: इजरायल-हमास जंग में अब होगी US की एंट्री! अलर्ट मोड पर 2000 अमेरिकी सैनिक

हमास से जंग के बीच अमेरिका पूरी तरह से इजरायल के समर्थन में खड़ा है. अमेरिका कई मौकों पर कह चुका है कि जब तक उसका अस्तित्व है, वह इजरायल का साथ नहीं छोड़ेगा. इस वादे के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन बुधवार को इजरायल पहुंच रहे हैं. 

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इजरायल हमास जंग के बीच अमेरिकी सैनिक अलर्ट पर
इजरायल हमास जंग के बीच अमेरिकी सैनिक अलर्ट पर

इजरायल और हमास की जंग अब बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई है. अमेरिकी सरकार के आदेश पर लगभग 2000 अमेरिकी सैनिकों और यूनिट्स को अलर्ट कर दिया गया है. अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन (Lloyd Austin) के आदेश पर अमेरिकी सैनिकों को अलर्ट पर रखा गया है.

हमास से जंग के बीच अमेरिका पूरी तरह से इजरायल के समर्थन में खड़ा है. अमेरिका कई मौकों पर कह चुका है कि जब तक उसका अस्तित्व है, वह इजरायल का साथ नहीं छोड़ेगा. इस वादे के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन बुधवार को इजरायल पहुंच रहे हैं. 

बाइडेन का कहना है कि वह हमास के हमले के खिलाफ एकजुटता दिखाने के लिए इजरायल जा रहे हैं. अमेरिका और इजरायल की दोस्ती किसी से छिपी नहीं है. अमेरिका हथियारों से लेकर अन्य जरूरी सामान तक इजरायल को मुहैया कराता आया है. ऐसे में इजरायल पहुंचने से पहले ही बाइडेन सरकार कह चुकी है कि जब तक अमेरिका का अस्तित्व है, वह इजरायल के साथ खड़ा रहेगा. 

इजरायल के साथ मुस्तैदी से खड़ा है अमेरिका

इससे पहले बाइडेन से पूछा गया था कि क्या वो इस समय गाजा पर इजरायली कब्जे का समर्थन करेंगे? इस पर उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यह एक बड़ी गलती होगी. देखिए, मेरे विचार से गाजा में जो हुआ, वह हमास की वजह से हुआ और हमास के चरमपंथी सभी फिलिस्तीनी लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं. मुझे लगता है कि इजरायल के लिए गाजा पर दोबारा कब्जा करना एक गलती होगी. लेकिन हम अंदर जा रहे हैं. चरमपंथियों को बाहर निकाल रहे हैं. हिजबुल्लाह उत्तर में है लेकिन हमास दक्षिण में है. बाइडेन से पूछा गया कि क्या आप मानते हैं कि हमास को पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए? इस पर उन्होंने कहा, हां, मैं समर्थन करता हूं. लेकिन वहां एक फिलिस्तीनी अथॉरिटी की जरूरत है. फिलिस्तीनी राज्य के लिए एक मार्ग की आवश्यकता है.

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व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा था कि राष्ट्रपति बाइडेन के इजरायल के अलावा जॉर्डन का भी दौरा करेंगे. इस दौरान वह जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी और फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात करेंगे.

कैसी शुरू हुई जंग?

इजरायल और हमास के बीच युद्ध का मंगलवार को 11वां ॉदिन है. बीते सात अक्टूबर को फिलिस्तीनी आर्म्स ग्रुप हमास ने गाजा पट्टी से रॉकेट हमलों की झड़ी लगा दी थी. ये हमले इजरायल पर किए गए थे. हमास ने हमलों की जिम्मेदारी ली और इसे इजरायल के खिलाफ सैन्य कार्रवाई बताया. हमास ने गाजा पट्टी से करीब 20 मिनट में 5,000 रॉकेट दागे थे. इतना ही नहीं, इजरायल में घुसपैठ की और कुछ सैन्य वाहनों पर कब्जा कर लिया था. इस जंग में दोनों ओर से सैंकड़ों लोगों की मौत हो गई है. 

इजरायल की तरफ से गाजा पट्टी पर लगातार बमबाजी की जा रही है. वहीं, फिलिस्तीन में हमास के लड़ाके भी शांत नहीं पड़े हैं. वो इजरायल पर अभी भी तीन मोर्चे से अटैक कर रहे हैं. लेबनान, समंदर से सटे इलाके और इजिप्ट से सटे साउथ गाजा से रॉकेट और मिसाइलें दागी जा रही हैं. गुरुवार को सेंट्रल इजरायल के वेस्ट बैंक की तरफ भी रॉकेट दागे गए हैं.

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सात अक्टूबर को शुरू हुए इस युद्ध के बाद अब तक सात दिनों के भीतर गाजा में 22 हजार से ज्यादा इमारतें तबाह हो गई हैं. 10 अस्पतालों और 48 स्कूलों पर इजरायल ने बमबारी की है. गाजा में अब तक मरने वालों की संख्या 1400 से अधिक हो गई है. इनमें 447 से अधिक बच्चें शामिल हैं. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक गाजा में तीन लाख से ज्यादा लोग घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं.

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