इंडोनेशिया में एक जंगली मगरमच्छ पांच साल से अधिक समय से मोटरसाइकिल के टायर में फंसा था जिसे अब मुक्त कर जंगल में छोड़ दिया गया है. मोटरसाइकिल का टायर मगरमच्छ के गले में साल 2016 में फंसा था. इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर पालू शहर के निवासियों ने उसे देखा था और इसकी जानकारी वन्यजीव संरक्षण अधिकारियों को दी थी.
अधिकारी साल 2016 से ही मगरमच्छ के गले से मोटरसाइकिल का टायर निकालने की कोशिश कर रहे हैं. वो सालों से इस कोशिश में थे कि मगरमच्छ खारे पानी से बाहर आए और वो उसकी मदद करें लेकिन उनका प्रयास असफल रहा. अंत में जाकर एक स्थानीय निवासी टिली 17 फीट लंबे मगरमच्छ को पानी से बाहर निकालने में कामयाब रहा.
34 वर्षीय पक्षी-विक्रेता टिली ने मगरमच्छ को बाहर निकालने के लिए तीन सप्ताह का बचाव प्रयास चलाया. टिली ने मगरमच्छ को निकालने के लिए चारे के रूप में चिकन का इस्तेमाल किया और रस्सियों से पकड़कर उसे बाहर निकाला. इस प्रयास में दर्जनों स्थानीय लोगों ने उसकी मदद की. बाहर निकालने के बाद मगरमच्छ के गर्दन के चारों तरफ से टायर को काटा गया.
A crocodile in Indonesia that had a motorcycle tyre stuck around its neck for six years was finally freed by a self-taught reptile rescuer. The crocodile had evoked sympathy from local residents who worried the tyre would eventually choke the animal as it grew in size. pic.twitter.com/d3TtAkHDUA
— TRT World (@trtworld) February 9, 2022
टिली ने बताया कि मगरमच्छ को खींचने के लिए नायलॉन की रस्सियों का इस्तेमाल किया गया. उन्होंने बताया कि मगरमच्छ के भारी शरीर के कारण दो बार रस्सियां टूट गईं. तीसरी बार के प्रयास में मगरमच्छ को बाहर निकाला जा सका.
टिली ने द गार्डियन को बताया, 'मैं पहले ही थक चुका था इसलिए मैंने और लोगों को रेस्क्यू के काम में लगाया. मगरमच्छ अविश्वसनीय रूप से भारी था...उसे बाहर निकालने में सबके पसीने निकल गए और मैं बेहद थक गया था. मैं सिर्फ मदद करना चाहता था. मुझे जानवरों को फंसे और पीड़ित देखकर बेहद बुरा लगता है.'
स्थानीय लोगों ने मगरमच्छ को पानी से निकालने के बाद उसे वापस पानी में छोड़ दिया गया.
वन्यजीव संरक्षकों का मानना है कि किसी ने जानबूझकर मगरमच्छ को मोटरसाइकिल के टायर में फंसाया था ताकि वो उसका शिकार कर सके लेकिन असफल रहा था.
वन्यजीव अधिकारियों के पास मगरमच्छ के रेस्क्यू के लिए पर्याप्त उपकरण नहीं थे लेकिन टिली के पास सभी चीजें मौजूद थी जिसकी मदद से मगरमच्छ का रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रहा. नदी में 30 मगरमच्छ रहते हैं, ऐसे में मगरमच्छ का रेस्क्यू थोड़ा मुश्किल था लेकिन टिली ने वो कर दिखाया जो वन्यजीव अधिकारी नहीं कर पाए.
स्थानीय वन्यजीव संरक्षण एजेंसी के प्रमुख हसमुनी हस्मार ने कहा, 'कल हमारे लिए एक ऐतिहासिक दिन था, हम आभारी हैं कि मगरमच्छ को आखिरकार बचा लिया गया. हम स्थानीय लोगों की सराहना करते हैं जिन्होंने वन्यजीव के लिए चिंता दिखाई.'
ये मगरमच्छ साल 2020 में सुर्खियों में आया था. स्थानीय सरकार ने घोषणा की थी कि मगरमच्छ को पकड़कर उसका टायर हटाने वाले को इनाम दिया जाएगा. लेकिन बाद में सरकार ने अपनी घोषणा को रद्द कर दिया था. सरकार को डर था कि इससे मगरमच्छ की सुरक्षा को खतरा हो सकता है.
लेकिन टिली को उसके साहसिक काम के लिए पुरस्कृत किया जाएगा. हस्मार ने कहा, 'हम टिली को वन्यजीवों को बचाने के उनके प्रयास के लिए पुरस्कृत करेंगे.'