इजरायल और हमास जंग पिछले साल ही जारी है. इस बीच इजरायल की सेना आईडीएफ ने सात अक्टूबर के हमले में शामिल हमास के एक कमांडर को मार गिराए जाने का दावा किया है.
आईडीएफ और आईएसए ने जारी बयान में कहा कि हमास के शाती बटालियन के कमांडर अहमद गुल को मार गिराया गया है. बयान में कहा गया है कि सात अक्टूबर के हमले को अंजाम देने के बाद अहमद गाजा में बंधकों की निगरानी कर रहा था.
कैसे शुरू हुई इजरायल और हमास जंग?
इजरायल और हमास के बीच पिछले साल 7 अक्टूबर से जंग जारी है. हमास ने इजरायल पर पांच हजार से ज्यादा रॉकेट दागे थे. इसके बाद इजरायल ने जंग का ऐलान कर दिया था. इजरायल और हमास में जारी जंग में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है.
गाजा में मारे गए 24000 फिलिस्तीनी, 60 हजार घायल
हमास के हमले का इजरायल ने ऐसा जवाब दिया कि गाजा में एक-दो हजार नहीं बल्कि 24000 फिलिस्तीनियों की जान ले ली, जिसमें बड़ी संख्या महिलाओं और बच्चों की है. इनके अलावा कमोबेश 60 हजार फिलिस्तीनी किसी ना किसी रूप में घायल हुए हैं. बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को मिटाने की मंशा के साथ गाजा पर एयर स्ट्राइक शुरू किया था. स्कूल, अस्पताल से लेकर शरणार्थी कैंप्स तक पर इजरायली सेना ने बम बरसाए. आलम ये है कि इजरायली स्ट्राइक में फिलिस्तीनियों के करीब 360,000 घर जमींदोज हो गए. मसलन, इजरायली सेना ने हर छह में एक फिलिस्तीनी के घर को तबाह कर दिया है.
इजरायल और हमास के बीच था सात दिनों का युद्धविराम
कतर की मध्यस्थता से इजरायल और हमास के बीच पिछले साल 21 नवंबर को चार दिनों के युद्धविराम पर करार हुआ था. हालांकि, एक हफ्ते तक युद्धविराम लागू रहा और तब 105 बंधक रिहा किए गए. इसके बदले इजरायल ने भी 300 से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों को रिहा किया गया था. एक दिसंबर को युद्धविराम समाप्त होते ही इजरायली सेना ने बमबारी शुरू कर दी थी. बाकी बंधक हमास के ही कैद में हैं और तीन बंधकों को इजरायली सेना ने कथित रूप से गलती से गोली मार दी थी.