
अफगानिस्तान पर इस वक्त पूरी तरह से तालिबान का कब्ज़ा है. तालिबानी लड़ाकों ने पिछले कुछ दिनों में देखते ही देखते पूरे मुल्क के ज्यादातर हिस्से पर अपना कब्ज़ा जमा लिया था. लेकिन रविवार को ये काबुल में घुसे और राष्ट्रपति पैलेस पर भी अपना अधिकार ले लिया. यानी अब अफगानिस्तान पर पूरी तरह से तालिबान का राज़ है, बस औपचारिक ऐलान और तालिबानी सरकार बनना बाकी है.
सोमवार सुबह तक अफगानिस्तान के ताज़ा हालात क्या हैं, एक नज़र डालिए...
1. रविवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबानी लड़ाके घुस गए. पहले इन्होंने सीमा पर इंतज़ार किया, लेकिन बाद में राजधानी में घुसकर कब्जा कर लिया. राष्ट्रपति पैलेस में भी अब तालिबानियों का कब्ज़ा है.
2. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी इस मुश्किल वक्त में अपने देशवासियों को छोड़कर भाग गए हैं. माना जा रहा है कि अशरफ गनी ताजिकिस्तान में हैं, उनकी घोर आलोचना हो रही है. लेकिन इस बीच अशरफ गनी ने एक बयान जारी किया है, उन्होंने कहा है कि उनके सामने कठिन परिस्थितियां हैं.
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3. अशरफ गनी के देश छोड़ने के बाद अफगानिस्तान में अंतरिम सरकार बनाने का प्रस्ताव था, जिसकी कमान अहमद जलाली को मिल सकती थी. हालांकि, तालिबान ने इससे इनकार कर दिया है. तालिबान का कहना है कि अब वह सीधे अपने हाथ में ही सत्ता लेंगे.
4. इस हलचल के बीच तालिबानी नेता मुल्ला अब्दुल गनी अब काबुल में ही है. माना जा रहा है कि दोहा में अभी एक बैठक होगी, जिसके बाद मुल्ला अब्दुल गनी ही अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार की अगुवाई कर सकते हैं. मुल्ला अब्दुल इस वक्त राष्ट्रपति पैलेस में ही है.
Another day begins in Kabul, a sea of people rushing into the Kabul airport terminal. #AFG pic.twitter.com/UekpGJ2MWd
— Jawad Sukhanyar (@JawadSukhanyar) August 16, 2021
5. राजनीतिक संकट से इतर अफगानिस्तान में लोगों के सामने अपनी जान बचाने की चुनौती है. तालिबान का कहना है कि अब युद्ध खत्म हुआ और लोग सुरक्षित हैं. लेकिन लोगों को तालिबान पर विश्वास नहीं है, ऐसे में जिसे मौका मिल रहा है वह जा रहा है.

6. बीते कई दिनों से काबुल एयरपोर्ट पर भीड़ है, सोमवार सुबह भी काबुल की सड़कों पर बड़ा हुजूम दिखा. यहां लोगों की कोशिश है कि अगर फ्लाइट में उन्हें जगह मिल पाए, तो वह देश छोड़कर बाहर चले जाएं.
7. भारत ने भी बीते दिन विशेष फ्लाइट से अपने 120 से अधिक नागरिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकाला. भारत की कोशिश है कि अभी भी जो राजनयिक या अन्य भारतीय लोग अफगानिस्तान में हैं, वह जल्द से जल्द वापस लाए जा सकें. सिर्फ भारतीय ही नहीं बल्कि बड़ी संख्या में अफगानी लोग भी भारत आ रहे हैं.
8. काबुल में भी तालिबान के कब्ज़े के बाद यहां मौजूद अन्य देशों के लोगों को निकालने का काम जारी है. अमेरिका ने अपने करीब 6 हज़ार सैनिकों को काबुल एयरपोर्ट पर तैनात किया है, ताकि अमेरिकी नागरिकों को बिना किसी दिक्कत के बाहर निकाला जा सके. बीते दिन भी अमेरिका का हेलिकॉप्टर काबुल स्थित दूतावास तक गया था और लोगों को निकाल लाया था.
9. अमेरिका के अलावा ब्रिटेन, फ्रांस और अन्य देशों ने भी अपने सैनिकों को अपनी-अपनी एम्बेसी, एयरपोर्ट पर तैनात किया है. हर किसी की कोशिश है कि वह अपनी एम्बेसी में काम करने वाले लोग, उनके परिजनों को जल्द से जल्द अफगानिस्तान से बाहर निकाल लें.
10. हर जगह मची भगदड़ के बीच तालिबान ने ऐलान किया है कि लोग शांति बनाए रखें, कोई भी मुल्क छोड़कर जाने की कोशिश ना करे. तालिबान का कहना है कि उनके लड़ाके किसी को परेशान नहीं करेंगे, किसी के घर में जबरन नहीं घुसेंगे. हालांकि, तालिबान ने ऐलान किया है कि अब अफगानिस्तान में शरिया कानून लागू होगा.