Azure Power के एक कर्मचारी ने मई 2022 में कंपनी की पॉलिसी के तहत भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज कराई. इस शिकायत ने अडानी ग्रुप और Azure Power के कुछ पूर्व अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए. अमेरिकी न्यूयॉर्क के ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी और एफबीआई ने इन आरोपों को लेकर कोर्ट में दस्तावेज पेश किए हैं.
अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि ये 'बेबुनियाद' हैं और वे कानूनी कार्रवाई करेंगे. वहीं, Azure Power ने माना कि उनकी एक प्रोजेक्ट साइट पर कुछ कर्मचारी डेटा में हेरफेर और भुगतान में गड़बड़ी कर रहे थे, लेकिन रिश्वतखोरी के आरोपों को गलत बताया. अमेरिका के न्यूयॉर्क में ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट के अटॉर्नी और एफबीआई द्वारा जारी कोर्ट डॉक्युमेंट्स में अडानी ग्रुप के साथ-साथ Azure के पूर्व अधिकारियों का भी नाम लिया गया है.
अडानी ग्रुप का पक्ष
अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को 'बेबुनियाद' बताते हुए कहा है कि वे 'सभी कानूनी विकल्प' अपनाएंगे. Azure Power ने अपनी 6-K फाइलिंग (जो अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन को दी जाती है) में स्वीकार किया कि उन्हें एक प्रोजेक्ट से जुड़े 'गलत भुगतान और झूठे बयानों' की शिकायत मिली थी.
Azure ने यह माना कि कुछ कर्मचारियों ने प्रोजेक्ट डेटा में हेरफेर किया और भुगतान संबंधी गड़बड़ी हुई. हालांकि, उन्होंने रिश्वत के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि जांच में किसी सरकारी अधिकारी को गलत भुगतान के सबूत नहीं मिले.
दूसरी शिकायत और जांच
सितंबर 2022 में Azure को एक और व्हिसलब्लोअर शिकायत मिली, जिसमें जॉइंट वेंचर्स और जमीन अधिग्रहण में गड़बड़ी के आरोप थे. इस मामले में भी जांच के बाद कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले. मार्च 2024 की एक रिपोर्ट में Azure ने कहा कि 'थर्ड-पार्टी लैंड एग्रीगेटर्स' ने संभवतः गलत भुगतान किया हो, लेकिन Azure Group द्वारा ऐसा कोई भुगतान नहीं किया गया.
Azure की संरचना
Azure Power Global Limited, जिसे मॉरीशस में रजिस्टर किया गया था, 64 सब्सिडियरी और अफिलिएटेड कंपनियों का मालिक है, जो अमेरिका, मॉरीशस, सिंगापुर और भारत तक फैली हैं. इनमें से कुछ कंपनियां Azure Power राजस्थान प्रा. लि., Azure Power पंजाब प्रा. लि. जैसी नामों से पहचानी जाती हैं. वहीं, कुछ का नाम Azure Power Mars प्रा. लि., Azure Power Jupiter प्रा. लि. जैसा रखा गया है.
NYSE से डीलिस्टिंग
नवंबर 2022 में, Azure के शेयर न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) से डीलिस्ट कर दिए गए क्योंकि कंपनी समय पर SEC को जरूरी रिपोर्ट्स नहीं दे पाई. अप्रैल 2024 में Azure ने घोषणा की कि डीलिस्टिंग के बाद उनकी अमेरिकी रिपोर्टिंग की जरूरतें खत्म हो गई हैं.
यह मामला केवल अडानी ग्रुप और Azure तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि कैसे बड़े बिजनेस ग्रुप्स में अंदरूनी शिकायतें और जांच कंपनियों को कानूनी और उनके साख से जुड़े खतरों में डाल सकती हैं.