मेरठ पुलिस का एक शर्मनाक कारनामा सामने आया है, जिसका CCTV वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि दो पुलिसकर्मी फैंटम बाइक पर खड़े हैं और पीछे से एक ई-रिक्शा आता है, जिसमें एक शव रखा हुआ था. पुलिसकर्मी उस शव को दुकान के बाहर रखवाते हैं और उसके बाद सभी मौके से चले जाते हैं.
जानकारी के मुताबिक, घटना 4 और 5 दिसंबर की रात लगभग 1:50 बजे की बताई जा रही है. CCTV वीडियो वायरल होने के बाद चौकी इंचार्ज समेत दो पुलिसकर्मी और एक होमगार्ड को निलंबित कर दिया गया है.
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घटना का पूरा घटनाक्रम
दरअसल, मामला मेरठ के लोहिया नगर थाना क्षेत्र का है, जहां 5 दिसंबर की सुबह एक दुकान के सामने अज्ञात शव पड़ा मिला. दुकानदार ने घटना की सूचना 112 पर दी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. लेकिन जब CCTV फुटेज देखा गया तो सभी के होश उड़ गए. वीडियो में साफ दिख रहा है कि दो पुलिसकर्मी फैंटम बाइक पर खड़े थे, फिर एक ई-रिक्शा आता है और उसमें से एक शव निकालकर दुकान के बाहर रखा जाता है. ई-रिक्शा चालक और सवार दोनों मौके से चले जाते हैं.
आरोपियों की पहचान और भूमिका
जांच में पता चला कि यह कार्रवाई नौचंदी थाना के एल ब्लॉक चौकी में तैनात सिपाही राजेश कुमार और होमगार्ड रोहतास ने की थी. शव शास्त्री नगर से उठाकर लोहिया नगर थाना क्षेत्र की दुकान के बाहर फेंका गया. आरोप है कि चौकी इंचार्ज जितेंद्र कुमार के कहने पर पुलिसकर्मियों ने यह कदम उठाया. ऐसा बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों ने पंचनामा और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया से बचने के लिए शव को अपने थाना क्षेत्र से बाहर फेंका.
देखें वीडियो...
पुलिस की कार्रवाई और निलंबन
घटना के संज्ञान में आने के बाद चौकी इंचार्ज, फैंटम पर तैनात सिपाही राजेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है. होमगार्ड रोहतास के खिलाफ कार्रवाई के लिए कमांडेंट को पत्र लिखा गया है. एसएसपी मेरठ विपिन ताडा ने बताया कि शव की अभी कोई पहचान नहीं हो पाई है और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है. पूरे प्रकरण की जांच एसपी सिटी को सौंपी गई है.
पुलिस की सफाई और जांच की संवेदनशीलता
पुलिसकर्मियों ने अधिकारियों को बताया कि उन्हें सड़क पर एक शख्स पड़ा मिला था, जो नशे की हालत में था. इसलिए उन्होंने उसे दुकान के बाहर रखा. हालांकि CCTV फुटेज ने इस सफाई को चुनौती दी है और पूरे प्रकरण की गंभीरता सामने आ गई है. पुलिस का कहना है कि यदि जांच में और लोग शामिल पाए गए तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
घटना से उठे सवाल और सोशल मीडिया का असर
CCTV वीडियो के वायरल होने के बाद मेरठ पुलिस की छवि पर सवाल उठने लगे हैं. घटना ने यह दिखा दिया है कि कुछ पुलिसकर्मी अपने क्षेत्र से बाहर जाकर गंभीर लापरवाही कर सकते हैं. लोगों और अधिकारियों की निगाह अब पूरी जांच पर है. पुलिस की जिम्मेदारी और जवाबदेही की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है.