उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में एसआईआर प्रक्रिया में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर जिलाधिकारी संजय चौहान ने कड़ी कार्रवाई की है. डीएम पिछले कई दिनों से अलग अलग इलाकों में पहुंचकर एसआईआर प्रक्रिया की प्रगति का निरीक्षण कर रहे हैं. इसी क्रम में वह मंगलवार को अमेठी तहसील पहुंचे और वहां से अचानक कोहरा गांव का निरीक्षण करने निकल गए.
गांव पहुंचकर डीएम ने ग्रामीणों से एसआईआर प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में एसआईआर फार्म अब तक वितरित ही नहीं किए गए हैं. यह सुनते ही डीएम नाराज हो गए और मौके पर ही सीडीओ को फोन कर कार्रवाई के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इस मामले में लापरवाही किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
लापरवाही पर नाराज हुए डीएम
जिलाधिकारी के निर्देश पर सीडीओ ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अमेठी बीडीओ बृजेश सिंह को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है. इसके साथ ही सचिव कीर्ति सिंह, बीएलओ संध्या सिंह, कोटेदार सावित्री देवी और सुनीता, रोजगार सेवक तथा सफाई कर्मचारी समेत कुल सात लोगों को निलंबित कर दिया गया है. दो कोटेदारों पर भी कार्रवाई की गई है.
डीएम की इस कार्रवाई से पूरे जिले के प्रशासनिक अमले में हड़कंप मचा हुआ है. एसआईआर प्रक्रिया को सही और समय पर पूरा कराने के लिए डीएम ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि एसआईआर से जुड़े कार्य सरकार की प्राथमिकता में हैं और इन्हें समय सीमा में पूरा करना अनिवार्य है.
कर्मचारी समेत सात लोग निलंबित
जिले में अब एसआईआर कार्यों की निगरानी और तेज कर दी गई है. प्रशासन का कहना है कि आगे भी जहां लापरवाही मिलेगी वहां तुरंत कार्रवाई की जाएगी.