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'पहले अपना देश देखो…', इंडियन का ये कह कर US वीजा रिजेक्ट, सुनाई आपबीती

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने भारतीयों के अमेरिका जाने के सपने को झकझोर दिया, जिसमें एक आदमी बता रहा है कि उसका वीजा रिजेक्ट क्यों हुआ.

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इंडियन ने अमेरिका का वीजा हुआ रिजेक्ट, सुनाई आपबीती
इंडियन ने अमेरिका का वीजा हुआ रिजेक्ट, सुनाई आपबीती

भारतीय आवेदकों में अमेरिका टूरिस्ट वीजा रिजेक्शन को लेकर नाराजगी बढ़ती जा रही है. कई मामलों में यह देखा गया कि आवेदक आर्थिक और पेशेवर रूप से पूरी तरह योग्य होने के बावजूद वीजा पाने में असफल रहे. यह मामला तब और चर्चा में आया जब इंस्टाग्राम व्लॉगर जय ने एक वीडियो शेयर किया. इसमें एक शख्स ने बताया कि उसके दोस्त का वीजा आवेदन सिर्फ इसलिए खारिज कर दिया गया क्योंकि उसने स्वीकार किया कि वह कभी दिल्ली से बाहर यात्रा पर नहीं गया. वीजा अधिकारी ने उसे कहा कि पहले अपने देश घूमो, फिर अमेरिका आने की कोशिश करना.

सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

इस घटना ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस छेड़ दी है कि क्या यात्रा का इतिहास वीजा निर्णयों को प्रभावित करता है. वीडियो में उस शख्स ने यह भी साझा किया कि वह खुद भारत के 29 राज्यों का दौरा कर चुका है. इससे यह संकेत मिलता है कि वीजा इंटरव्यू में देश के भीतर की यात्रा को भी अनौपचारिक रूप से देखा जा सकता है.

लोग बंटे दो गुटों में

लोगों की राय इस मुद्दे पर बंटती नजर आई. कुछ ने वीजा अधिकारी की सोच का समर्थन किया. एक यूजर ने लिखा कि अगर आपने अपने देश की मशहूर जगहें नहीं देखीं तो आप दूसरे देशों में कैसे घूम सकते हैं? वहीं, एक अन्य यूजर ने मजाकिया अंदाज में कहा कि सोचिए अगर हर भारतीय को विदेश जाने से पहले पूरा भारत घूमना जरूरी कर दिया जाए... तो क्या हाल होगा.

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हालांकि, सब लोग इस विचार से सहमत नहीं थे. एक अन्य यूजर ने लिखा कि मैं मानता हूं कि इमीग्रेशन उन लोगों तक सीमित होना चाहिए जिनके पास जरूरी स्किल्स हों. लेकिन (पहले अपना देश देखो फिर मेरा) वाली सोच से सहमत नहीं हूं. यह प्रगति को रोकने वाली मानसिकता है और थोड़ी अजीब भी लगती है.

देखें पोस्ट

पारदर्शिता पर सवाल

इस पूरे विवाद ने अमेरिका वीजा प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. लोग मानते हैं कि अगर स्पष्ट गाइडलाइन हों तो आवेदकों को असमंजस की स्थिति से बचाया जा सकता है. वहीं, कई लोग यह भी पूछ रहे हैं कि क्या इस तरह की नीतियां योग्य आवेदकों के लिए अनजाने में ही बाधाएं खड़ी कर रही हैं.

बढ़ती असंतोष की लहर

यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब वीजा रिजेक्शन को लेकर कई चर्चित मामले पहले से ही सुर्खियों में हैं. इसमें वे लोग भी शामिल हैं जिनकी आर्थिक स्थिति बेहद मजबूत है या जिनका पेशेवर करियर शानदार है. इन सबके बावजूद उन्हें वीजा नहीं मिला, जिससे लोगों की नाराजगी और बढ़ गई है.

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