बॉलीवुड एक्टर, सनी देओल का फेमस डायलॉग आपने सुना ही होगा, जिसमें सनी देओल कहते हैं... जब ये ढाई किलो का हाथ किसी पर पड़ता है ना, तो आदमी उठता नहीं उठ जाता है. हालांकि यह डायलॉग काफी पुराना हो गया है पर इसका क्रेज अभी भी लोगो में बना हुआ है. आज हम जानेंगे कि क्या सच में एक इंसान का हाथ ढाई किलो का हो सकता है?
आपके अंदाजे से ज्यादा हो सकता है किसी के हाथ का भार
आदमी के बॉडी पार्ट का वजन उसके शरीर के पूरे भार पर निर्भर करता है, यह हर इंसान में अलग हो सकता है, इसलिए इसे एकदम सही बताना संभव नहीं है. बताया जाता है कि किसी इंसान के हाथ दिखने में चाहे छोटे क्यों ना हो पर उसके हाथ का वजन केवल दिखने से मालूम नहीं होता है. हमें किसी के हाथ भले ही छोटे दिखते हो लेकिन इनमें मांसपेशियों (बाइसेप्स, ट्राइसेप्स और डेल्टॉइड्स) होती है, जो इनका वजन बढ़ाती है.
क्या सच में ढाई किलो का हो सकता है हाथ?
कुछ रिपोर्ट्स बताती है कि एक इंसान का पूरा हाथ( ह्यूमन आर्म) उसके शरीर के वजन का लगभग 5 से 6.5% तक हो सकता है. अगर किसी इंसान का वजन करीब 68 किलो है, तो उसका एक हाथ लगभग 3.4 से 4.3 किलो का हो सकता है.अगर इंसान का वजन 90 किलो है, तो एक हाथ का वजन लगभग 4.5 से 5.9 किलो तक हो सकता है. इसका मतलब ये है इंसान के एक पूरे हाथ का वजन ढाई किलो ही नहीं बल्कि उससे ज्यादा भी हो सकता है.
इंसान के पांव का कितना होता है वजन?
माना जाता है कि पांव का वजन शरीर का सबसे भारी हिस्सा होता है, अगर आपके शरीर का भार 70 किलो का है तो आपके एक पांव का भार 11 से 13 किलो के बीच हो सकता है.