AI की टॉप कंपनियों की बात करेंगे तो उसमें OpenAI का नाम जरूर आएगा. इस कंपनी ने ही ChatGPT को तैयार किया है, जो काफी चर्चित एडवांस आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस सिस्टम है. अब OpenAI के पूर्व कर्मचारी ने एक ओपेन लेटर लिखा है, जिसमें जेनरेटिव AI के खतरे के बारे में बताया है.
उन्होंने जहां AI के बेनेफिट्स के बारे में बताया, वहीं इसके गंभीर खतरों को भी गिनाया. पहले बात फायदों की करते हैं. AI की मदद से कई बेहतरीन फायदे देखने को मिल सकते हैं, जिसकी मदद से मेडिकल सेक्टर में अभूतपूर्व फायदा मिलेगा. इसके अलावा टेक्नोलॉजी को स्मार्ट करने में भी इससे फायदा होगा.
अब इसके कुछ गंभीर खतरों के बारे में बात कर लेते हैं. उन्होंने बताया कि बहुत से कर्मचारी आने वाले दिनों में AI के विस्तार को लेकर चिंतित हैं. यह सामाजिक असमानताएं बढ़ाएगा, फेक न्यूज को बढ़ावा दे सकता है. साथ ही जहां हमने AI पर कंट्रोल छोड़ा, तो यह काफी खतरनाक साबित हो सकता है. यह इंसानों के लिए बड़ा खतरा भी साबित हो सकता है.
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उन्होंने लिखा कि दुनियाभर में मौजूद AI कंपनी, एक्सपर्ट और सरकार इस खतरे के बारे में जानते हैं. पूर्व कर्मचारी ने अपने लेटर में एक एक बड़ी प्रोब्लम को भी हाई लाइट किया है, जिसमें बताया कि सरकार के पास अभी AI की निगरानी करने के लिए कोई सिस्टम नहीं है.
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पूर्व कर्मचारी के ओपेन लेटर में कहा कि AI कंपनियों को सरकार और साइंटिस्ट के साथ मिलकर काम करना चाहिए, ताकि इसे सुरक्षित तरीके से तैयार किया जा सके. ऐसे में AI के द्वारा तैयार होने वाले खतरों को कम किया जा सकता है. ChatGPT, Gemini समेत कई जेनरेटिव AI मौजूद हैं, जो यूजर्स को उनके काम में मदद कर रहे हैं. हालांकि यह इतनी तेजी से इंसानी काम को सीख रहे हैं, जिससे कई एक्सपर्ट ने चिंता जाहिर की है कि क्या आने वाले दिनों में ये इंसानी नौकरियों पर बड़ा खतरा नहीं बनेंगे?