मैसेजिंग ऐप Telegram पर ऑस्ट्रेलिया ने 1 मिलियन ऑस्ट्रेलिया डॉलर का फाइन लगाया है. यह जुर्माना ऑनलाइन सेफ्टी एजेंसी ने लगाया है. कंपनी से आतंकवाद और बाल उत्पीड़न कंटेंट से निपटने के लिए क्या कदम उठाए हैं, उसके बारे में सवाल पूछा गया था, लेकिन कंपनी की तरफ से समय पर जवाब नहीं दिया गया.
दरअसल, बीते साल मई में Telegram समेत कई कंपनियों और स्टार्टअप को नोटिस जारी किया था. इस नोटिस में अक्टूबर तक रिपोर्ट देने को कहा था कि उन्होंने अपने प्लेटफॉर्म पर आतंकवाद, हिंसक कंटेंट, बाल शोषण कंटेंट से निपटने के लिए क्या कदम उठाए हैं.
160 दिनों के अंदर नहीं दे पाए जवाब
Telegram 160 दिनों के अंदर भी जवाब नहीं दे पाया, जिसकी वजह से सरकारी सुरक्षा एजेंसी ने 9,57,780 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का जुर्माना लगाया है. ऑनालइन सेफ्टी रेगुलेटर की कमिश्ननर जूली इनमैन ग्रांट ने बताया कि यह एक्शन बताता है कि सभी कंपनियों को ऑस्ट्रेलियाई कानून का पालन करना होगा.
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बीते साल Pavel Durov हिरासत में लिए थे
Telgram App कई देशों में जांच के दायरे में है. इस ऐप के फाउंडर Pavel Durov को बीते साल अगस्त में फ्रांस ने जांच के लिए हिरासत में लिया था. इस ऐप पर आरोप लगाए थे कि इस ऐप पर कई गैर कानूनी एक्टिविटिज हो रही हैं. हालांकि Pavel Durov अभी जमानत पर बाहर हैं और उन्होंने सभी आरोपों को खारिज किया है.
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बीते साल भी सवालों के घेरे में रहा था Telegram
बीते साल ऑस्ट्रेलियाई सिक्योरिटी सीक्रेट एजेंसी और ऑस्ट्रेलियाई पुलिस और अन्य एजेंसियों ने Telegram पर गंभीर आरोप लगाए थे. टेलीग्राम को एक ऐसा प्लेटफॉर्म बताया था, जिसकी मदद से की लोग चरमपंथी प्रचार वाले वीडियो तक पहुंच रहे हैं.
क्या है Telegram?
Telegram एक मैसेजिंग ऐप है, इसकी मदद से आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से कनेक्ट हो सकते हैं. इसकी मदद से फोटो और वीडियो भी शेयर कर सकते हैं. यह एक क्लाउड-आधारित सर्विस है. इसमें भी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड चैट की सुविधा मिलती है.