भारतीय स्टार रेसलर बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट के लिए मंगलवार के एक अच्छी खबर सामने आई थी. मगर लगता है कि अब उनकी इन खुशियों पर ग्रहण लगने वाला है. दरअसल, मंगलवार को खबर आई थी कि बजरंग और विनेश इन दोनों को ही एशियन गेम्स के लिए ट्रायल में छूट मिल गई है.
यानी अब बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट दोनों का ही सीधे एशियन गेम्स में जाना तय हो गया है. बताया गया है कि इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) की तदर्थ समिति ने नए नियम बनाए हैं. इसी के तहत बजरंग और विनेश को छूट मिली है. इनके अलावा जो भी रेसलर जिस वैट कैटेगरी में जीतेगा, उन्हें स्टैंड बाई में रखा जाएगा.
कोर्ट में चुनौती देंगे बाकी भारतीय रेसलर
मगर इस मामले में दूसरा अपडेट यह भी आया है कि बजरंग और विनेश को छूट देने वाले मामले को बाकी भारतीय रेसलर और उनके कोच कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं. यदि ऐसा होता है तो बजरंग और विनेश का एशियन गेम्स में जाना अटक सकता है.
'बजरंग और विनेश को छूट दी गई'
IOA द्वारा नियुक्त तदर्थ समिति ने एक परिपत्र में कहा कि उसने पहले ही पुरुषों की फ्रीस्टाइल 65 किग्रा और महिलाओं की 53 किग्रा में पहलवानों का चयन कर लिया है. इसके बावजूद तीनों शैलियों में से सभी छह वजन श्रेणियों में ट्रायल आयोजित किए जाएंगे.
तदर्थ समिति ने परिपत्र में बजरंग और विनेश का नाम नहीं लिया, लेकिन पैनल के सदस्य अशोक गर्ग ने पीटीआई से पुष्टि की कि दोनों पहलवानों को ट्रायल से छूट दी गई है. गर्ग ने कहा, 'हां बजरंग और विनेश को छूट दी गई है.' बता दें कि बजरंग 65 किग्रा वर्ग के चुनौती पेश करते हैं.
साक्षी समेत 3 पहलवानों के नहीं मिली छूट
हालांकि, तदर्थ समिति ने विरोध करने वाले 4 अन्य पहलवानों साक्षी मलिक, उनके पति सत्यव्रत कादियान, जितेंद्र किन्हा और बजरंग की पत्नी संगीता फोगाट को किसी तरह की छूट नहीं दी है. एशियन गेम्स इस बार 23 सितंबर से चीन के हांगझोउ में होने वाले हैं. इसके लिए कुश्ती टीम का चयन करने के लिए ट्रायल 22 जुलाई से होने हैं. तदर्थ समिति ने इन ट्रायल से ठीक 4 दिन पहले यह निर्णय लिया.

मामले में नेशनल कोच को नहीं कोई जानकारी
बजरंग और विनेश को छूट देने के मामले में पुरुषों के फ्रीस्टाइल राष्ट्रीय कोच जगमंदर सिंह और महिलाओं के राष्ट्रीय कोच वीरेंद्र दहिया को कोई खबर तक नहीं है. उन्हें अंधेरे में रखा गया है. इस पर जगमंदर ने कहा, 'मुझे इस बात की जानकारी भी नहीं है कि ऐसा कोई निर्णय लिया गया है. तदर्थ समिति ने हमें बैठकों के लिए बुलाना बंद कर दिया था. हमने ऐसी कोई सिफारिश नहीं की है, हमने सभी श्रेणियों में ट्रायल कराने का समर्थन किया है.'
दाहिया ने कहा, 'हमें नहीं पता कि बजरंग और विनेश किस स्थिति में हैं. उन्होंने पिछले आठ महीनों में प्रतिस्पर्धा नहीं की है. आपको गति, ताकत, वजन के बारे में प्रतियोगिताओं के दौरान ही पता चलता है. उन्होंने काफी समय से कोई प्रतिस्पर्धा नहीं की है. पिछले साल राष्ट्रमंडल खेल और विश्व चैम्पियनशिप के बाद हमने उन्हें खेलते हुए नहीं देखा है.'
फैसले के खिलाफ कोर्ट जाएंगे बाकी पहलवान
उन्होंने आरोप लगाया, 'पुरुषों के 65 और महिलाओं के 53 किग्रा भार वर्ग में देश के पास मजबूत युवा खिलाड़ी हैं जो अच्छी प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं. इन खिलाड़ियों की ताकत अच्छी है. तदर्थ समिति ने यह निर्णय लेने से पहले हम से संपर्क नहीं किया.'
यह पता चला है कि 53 किग्रा और 65 किग्रा में पहलवानों के माता-पिता और कोच निष्पक्ष सुनवाई की मांग को लेकर अदालत का रुख करेंगे. एक पहलवान के पिता ने बताया, 'हां, हम अदालत जाएंगे. तदर्थ समिति के भेदभावपूर्ण फैसले के कारण हमारे बच्चे क्यों पीड़ित हों। हम केवल निष्पक्ष सुनवाई चाहते हैं.'
बृजभूषण के खिलाफ जमकर चला विरोध
बता दें कि बजरंग और विनेश समेत कई भारतीय स्टार पहलवान भारतीय कुश्ती संघ (WFI) और उसके पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. यह लड़ाई काफी लंबी चली. 6 बालिग महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण के भी आरोप लगाए. इसको लेकर कोर्ट में केस भी चल रहा है.
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने पिछले दिनों राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी. मामले में बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी है. उनकी सामान्य जमानत पर कोर्ट में बुधवार को सुनवाई होगी.
ट्रायल की तैयारी के लिए मांगा था अतिरिक्त समय
इन सबके बीच ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और एशियन गेम्स की गोल्ड मेडल विनर विनेश फोगाट समेत 6 पहलवानों ने खेल मंत्रालय से एशियाई खेलों के ट्रायल की तैयारी के लिए अतिरिक्त समय मांगा था. इसी बीच यह खबर आई है कि बजरंग और विनेश को ट्रायल्स के लिए छूट मिल गई है. अब वो सीधे एशियन गेम्स में जाएंगे. मगर कोर्ट में मामला जाने पर यह फैसला बदलने का भी डर है.
IOA की तदर्थ समिति के मुताबिक, एशियन गेम्स के लिए ट्रायल 22 और 23 जुलाई को केडी जाधव इंडोर स्टेडियम में होने हैं. कमेटी के सदस्य भूपेंदर सिंह बाजवा ने बताया कि 22 जुलाई को ग्रीको रोमन और महिला वर्ग के ट्रायल होंगे. जबकि 23 जुलाई को फ्रीस्टाइल कैटेगरी के ट्रायल होने हैं.
विदेश में तैयारी कर रहे हैं ये 6 पहलवान
विरोध प्रदर्शन के तहत धरने पर बैठने वाले सभी 6 पहलवान इस समय विदेश में तैयारियां कर रहे हैं. विनेश फोगाट फोर्थ रैंकिंग टूर्नामेंट खेलने हंगरी गई हैं. जबकि बजरंग, जितेंदर, संगीता किर्गिस्तान में हैं.
साक्षी मलिक अपने पति सत्यव्रत कादियान के साथ अमेरिका में तैयारी कर रही हैं. बता दें कि IOA की अपील के बाद OCA ने एशियन गेम्स की एंट्री की तारीख बढ़ाकर 23 जुलाई कर दी थी. जबकि IOA ने इसे 5 अगस्त तक बढ़ाने की मांग की थी.