पूर्व भारतीय कप्तान और पूर्व चीफ सेलेक्टर कृष्णमाचारी श्रीकांत ने एक बार फिर टीम इंडिया की चयन नीतियों पर तीखा हमला बोला है. इस बार उनका निशाना युवा क्रिकेटर नीतीश कुमार रेड्डी रहे, जिनकी टीम में जगह पर उन्होंने सवाल उठाए और उन्हें इंटरनेशनल स्तर का ऑलराउंडर मानने से साफ इंकार कर दिया.
अपने बेटे अनिरुद्धा के साथ अपने यूट्यूब शो Cheeky Cheeka पर बात करते हुए श्रीकांत ने भारत की स्क्वॉड बैलेंस पर चर्चा के दौरान जैसे ही नीतीश का नाम आया, वे थोड़ा गुस्सा हो गए.
उन्होंने अपने बेबाक अंदाज में कहा- नीतीश रेड्डी को ऑलराउंडर कौन कहता है? क्या उनकी गेंदबाजी देखकर कोई कह सकता है कि वो ऑलराउंडर हैं? उसने MCG में शतक लगाया, हां, लेकिन उसके बाद उसने क्या किया? एक बार की बात हमेशा नहीं होती.
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर लगाया गया नीतीश का शतक, उनकी टेस्ट करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि रहा है, लेकिन श्रीकांत का कहना था कि उस एक पारी के अलावा 22 वर्षीय खिलाड़ी ने बल्ले या गेंद. दोनों में ऐसा कुछ नहीं किया जिससे उसे दोहरी भूमिका वाला खिलाड़ी माना जाए.
श्रीकांत ने मजाक में कहा- अगर नीतीश रेड्डी ऑलराउंडर है, तो मैं महान ऑलराउंडर हूं. उन्होंने आगे कहा- सीधी बात करो. क्या उसके पास मूवमेंट है? पेस है? क्या वो कोई घातक बल्लेबाज है? उसे ऑलराउंडर कैसे कह सकते हो?”
श्रीकांत ने नीतीश की मौजूदगी पर सिर्फ टेस्ट टीम में ही नहीं, बल्कि ODI टीम में भी कड़ा सवाल उठाया. उन्होंने कहा- नीतीश ODI टीम में कैसे है? उसने क्या किया है? क्या वह हार्दिक पंड्या का रिप्लेसमेंट है? अक्षर पटेल क्यों नहीं हैं.
उन्होंने आगे कहा- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ MCG में लगाए गए शानदार शतक के अलावा नीतीश के पास ऑलराउंडर के रूप में दिखाने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है.10 मैचों में उनका बल्लेबाजी औसत सिर्फ 28 है, कुल 8 विकेट हैं. पहले टेस्ट के बाद उन्हें स्क्वॉड से रिलीज कर दिया गया था, लेकिन दूसरे टेस्ट के लिए फिर से बुलाकर प्लेइंग XI में शामिल किया गया. हालांकि उनकी वापसी का कोई ख़ास असर नहीं पड़ा. पहली पारी में वे सिर्फ 10 रन बनाकर आउट हो गए और दो पारियों में 10 ओवर डालकर भी एक भी विकेट नहीं निकाल पाए.
जुरेल कैसे स्पेशलिस्ट बल्लेबाज, श्रीकांत ने उठाए सवाल
श्रीकांत ने इसके बाद टेस्ट में ध्रुव जुरेल को एक स्पेशलिस्ट बल्लेबाज के रूप में खिलाने के फैसले पर सवाल उठाए और सरफराज खाना को लगातार मौका न मिलने पर भी आपत्ति जताई.