Neem Karoli Baba: हनुमान जी के अवतार माने जाने वाले महान संत नीम करोली बाबा जीवन को बहुत सरल और गहरे तरीके से समझाते थे. उनके अनुसार धन कोई बुरी चीज नहीं है, बल्कि यह जीवन को चलाने का एक साधन है.उनका कहना था धन का उद्देश्य केवल सुविधाएं जुटाना नहीं, बल्कि सेवा, भलाई और सही कर्मों के लिए होना चाहिए. यही वजह है कि कुछ लोगों के हाथ में धन कभी नहीं टिकता, क्योंकि वे धन के सही अर्थ को नहीं समझ पाते.
धन कमाने का सही तरीका
नीम करोली बाबा ने कभी भी धन कमाने को गलत नहीं माना. उनका मानना था कि ईमानदारी, मेहनत और अच्छे कर्मों से कमाया गया धन ही व्यक्ति को सच्चा सुख देता है. ऐसा धन न केवल व्यक्ति के जीवन को आसान बनाता है, बल्कि परिवार में भी शांति और संतुलन बनाए रखता है. बाबा कहते थे कि जब धन सही तरीके से कमाया जाता है तो वह टिकता भी है.
सुख के लालच से दूर रहने की सीख
बाबा के अनुसार केवल सुख और भोग की इच्छा ही व्यक्ति को गलत रास्ते पर ले जाती है. जरूरत से ज्यादा पाने की चाह धीरे-धीरे लोभ का रूप ले लेती है. यही लोभ इंसान को गरीब बनाता है, क्योंकि वह कभी संतुष्ट नहीं हो पाता. संतोष के बिना चाहे जितना धन हो, मन हमेशा खाली ही रहता है.
लोभ क्यों बनाता है गरीब
नीम करोली बाबा कहते थे कि लोभी व्यक्ति हमेशा डर और चिंता में जीता है. उसे धन खोने का डर सताता रहता है. इसी डर के कारण वह गलत फैसले लेता है अंत में नुकसान उठाता है. लोभ मनुष्य की समझ को कमजोर कर देता है और उसे सही-गलत का फर्क भूलने पर मजबूर कर देता है.
बेईमानी से कमाया धन और उसका फल
बाबा के अनुसार बेईमानी से कमाया गया धन कभी सुख नहीं देता. ऐसा धन बीमारी, मानसिक अशांति और पारिवारिक क्लेश लेकर आता है. भले ही वह धन कुछ समय के लिए दिखाई दे, लेकिन अंत में वह नुकसान का कारण ही बनता है.
धन का गलत इस्तेमाल और उसका नुकसान
नीम करोली बाबा मानते थे कि धन का गलत उपयोग जीवन में दुख बढ़ाता है. जब धन का उपयोग अहंकार, दिखावे और गलत आदतों में होता है, तो वह जीवन को खाली कर देता है. इसके विपरीत, सेवा, दान और जरूरतमंदों की मदद में लगाया गया धन जीवन को सार्थक बनाता है.