Kharmas 2025: 16 दिसंबर को सूर्य देव धनु राशि में गोचर करने जा रहे हैं. सूर्य के धनु राशि में जाते ही खरमास लग जाएगा. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य का धनु और मीन राशि में रहना सांसारिक और मांगलिक कार्यों के लिए शुभ नहीं माना जाता है. इस अवधि में लगभग एक महीना विवाह, गृह प्रवेश या किसी नए कार्य की शुरुआत करना वर्जित होता है. जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तभी शुभ कार्यों की शुरुआत होती है. इस साल खरमास 16 दिसंबर 2025 से शुरू होगा और इसका समापन 15 जनवरी 2026 को होगा.
चार राशियों के लिए अशुभ खरमास
मिथुन राशि
मिथुन राशि वाले स्वास्थ्य का ध्यान रखें. करियर में समस्या हो सकती है. रोजगार-व्यापार में घाटा या कमी आ सकती है. पारिवारिक जीवन का ध्यान रखना होगा. धन के निवेश में सावधानी रखें. कोई करीबी व्यक्ति आपके जीवन की गाढ़ी कमाई उड़ा सकता है.
कन्या राशि
कन्या राशि वालों को भी स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति में समस्या हो सकती है. घर में किसी बुजुर्ग की तबियत बिगड़ सकती है. दुर्घटनाओं और वाद विवाद से सावधान रहना होगा. धन की हानि के योग हैं. धन का संचय करना आपके लिए कठिन होगा.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के रिश्तों में कठिनाई आ सकती है. घर-परिवार में सदस्यों के साथ मनमुटाव बढ़ सकता है. करियर में जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं और उन जिम्मेदारियों को पूरा करना आपके लिए बिल्कुल आसान नहीं होगा. स्वास्थ्य भी गड़बड़ रह सकता है. धन की स्थिति भी चिंता बढ़ा सकती है.
मीन राशि
मकर राशि वालों को चोट-चपेट और वाद-विवाद से सावधान रहना होगा. यात्रा और करियर में सावधानी रखनी होगी. वाहन मांगकर न चलाएं. संपत्ति को लेकर परिवार में कलह छिड़ सकता है. दांपत्य जीवन में भी कड़वाहट बढ़ सकती है.
खरमास अनुकूल नहीं तो क्या उपाय करें?
खरमास के दौरान प्रतिदिन सुबह सूर्य देव को हल्दी मिश्रित जल अर्पित करें और उसके बाद विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें. तांबे की अंगूठी पहनना लाभकारी माना जाता है. दिन की शुरुआत गुड़ सेवन से करें और सोते समय सिर पूर्व दिशा की ओर रखें.