Chanakya Niti: भारत के महान और विद्वान अर्थशास्त्री कहे जाने वाले आचार्य चाणक्य ने बताया है कि इंसान की गरीबी आने से पहले कुछ खास संकेत दिख जाते हैं. यह संकेत तभी नजर आ आते हैं, जब आदमी की बदहाली के दिन नजदीक हों. चाणक्य कहते हैं कि इन संकेतों नजरअंदाज करना की बजाए, इनका हल खोजना जरूरी है. जो लोग इन्हें नजरअंदाज करते हैं, सारी जिंदगी दुख-दरिद्रता भोगते हैं. आइए इन संकेतों के बारे में जानते हैं.
1. चाणक्य नीति के अनुसार, यदि घर के आंगन में लगा तुलसी का पौधा अचानक मुरझाने लगे तो भविष्य में आने वाली आर्थिक परेशानी का संकेत समझना चाहिए. तुलसी का तेजी से सूखना दरिद्रता और गरीबी आने का इशारा होता है.
2. घर में रोजाना बगैर किसी वजह के विवाद होना भी बिगड़ते हालात और धन हानि का संकेत माना जाता है. लगातार तनाव रहने से परिवार की प्रगति रुक सकती है. ऐसे घर के लोगों के लिए उन्नति के द्वार हमेशा बंद रहते हैं.
3. जिन घरों में महिलाओं और बुज़ुर्गों का सम्मान नहीं होता है, वहां सबसे जल्दी दरिद्रता दस्तक देती है. इसलिए घर-परिवार में महिलाओं के प्रति सम्मान और आदर का वातावरण बनाए रखना बेहद जरूरी है.
4. चाणक्य के अनुसार, जिन घरों में लोग पूजा-पाठ और भक्ति से दूर हो जाते हैं, वहां धीरे-धीरे आर्थिक बाधाओं का बसेरा हो जाता है. ऐसे घरों में मोटी कमाई के बावजूद धन की पूर्ति नहीं होती है. ईश्वर से दूर रहने वाले लोगों की जीवन में कभी तरक्की नहीं होती है.
उपाय
ज्योतिषविद कहते हैं कि ईश्वर की सच्ची श्रद्धा और भक्ति से ही गरीबी का निवारण संभव है. घर में हर रोज सुबह शाम माता लक्ष्मी की पूजा करें. सवेरे-सवेरे सूर्य को अर्घ्य और तुलसी को जल अवश्य दें. शाम के वक्त तुलसी के निकट एक घी का दीपर जरूर जलाएं. माता-पिता या बुजुर्गों का आशीर्वाद लें. गरीबों को दान दें. रोजाना दिन में कम से कम एक बार 'ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:' मंत्र का जाप करें.