Kota Murder: राजस्थान के कोटा से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. दो दिन पहले एक महिला और उसकी आठ साल की बेटी की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी रिश्तेदार और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस का कहना है कि यह हत्या रुपये के लेन-देन के विवाद में की गई.
पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी प्रदीप वैष्णव (30) ने अपनी रिश्तेदार ज्योति (32) से कुछ महीने पहले 60 हजार रुपये उधार दिए थे. ज्योति द्वारा रकम लौटाने से इनकार करने पर प्रदीप ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची.
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बेटी ने देखा वारदात, गला दबाकर कर दी हत्या
घटना के दिन जब ज्योति का पति अस्पताल गया हुआ था, तभी प्रदीप अपने साथियों के साथ उसके घर पहुंचा. ज्योति ने उन्हें चाय पिलाने के बाद खाना बनाने रसोई में गई. तभी प्रदीप पीछे से आया और चुन्नी से उसका गला घोंट दिया. इसी बीच आठ साल की बेटी पलक स्कूल से घर लौटी और मां पर हमला होते देख चिल्लाने लगी. शोर सुनकर पकड़े जाने के डर से आरोपियों ने उसका भी गला दबाकर हत्या कर दी.
गहने लूटकर फरार, आरोपी की टांग टूटी
हत्या के बाद आरोपियों ने महिला के कानों के गहने, मंगलसूत्र और अन्य सामान लूट लिया और फरार हो गए. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच के बाद प्रदीप और उसके साथी भरत साहरिया (20) को मुकुंदरा जंगल से गिरफ्तार किया. भागने के दौरान प्रदीप दीवार से कूद गया, जिससे उसकी टांग टूट गई. तीसरा आरोपी राजू उर्फ मामू अब भी फरार है.
पुलिस की 16 टीमें कर रही जांच
कोटा की एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए 16 पुलिस टीमें बनाई गई थीं. वहीं, मृतका का डेढ़ साल का बेटा उस वक्त झूले में बेहोश पड़ा मिला था. पुलिस अब फरार आरोपी की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है.