आम आदमी पहले जहां पेट्रोल-डीजल, फल-सब्जी के बढ़ते दामों से चिंतित होता था लेकिन अब बड़ी चिंता इस बात को लेकर है कि ट्रेन में सुरक्षित अपनी मंजिल तक पहुंचेंगे या नहीं, बेटा-बेटी जिस कोचिंग में पढ़ने जाएंगे वहां से सुरक्षित लौट के अपने पीजी आएंगे या नहीं. देखें 'दस्तक'.