ग्वालियर पुलिस ने महाराजपुरा इलाके से आठ ऐसे व्यक्तियों को हिरासत में लिया है, जिन पर संदेह है कि वे बांग्लादेशी हो सकते हैं. पुलिस ने बताया कि यह सभी आठ लोग एक ही परिवार के हैं और करीब 12 साल से महाराजपुरा में रहकर मजदूरी का काम कर रहे थे. पुलिस इनसे लगातार पूछताछ कर रही है और उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि करने की कोशिश कर रही है.
ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में ऐसे लोगों की पहचान और सत्यापन की प्रक्रिया लगातार चल रही है. उन्होंने कहा कि कई लोगों को पहले भी आईडेंटिफाई और वेरीफाई किया गया, लेकिन अभी तक किसी अन्य देश का नागरिक नहीं पाया गया. महाराजपुरा इलाके से पकड़े गए आठ लोगों ने आधार कार्ड पेश किए, जो ग्वालियर के हैं.
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मगर, वे लोग अपनी राष्ट्रीयता का कोई प्रमाण नहीं दिखा सके. एसपी धर्मवीर सिंह ने आगे बताया कि अगर जांच में यह पुष्टि होती है कि ये लोग भारत के नागरिक नहीं हैं, तो उन्हें संबंधित देश में डिपोर्ट किया जाएगा. पुलिस पूरे परिवार की लिस्टिंग और वेरीफिकेशन कर रही है. अभी यह आठ लोग जांच में हैं और उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है.
पुलिस का कहना है कि जिले में ऐसे संदिग्धों की पहचान करना प्राथमिकता है ताकि किसी भी अवैध प्रवासी की स्थिति उजागर हो सके. महाराजपुरा मामले में मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इस परिवार को हिरासत में लिया और राष्ट्रीयता की जांच शुरू की. यह मामला स्थानीय सुरक्षा और अवैध प्रवास नियंत्रण के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.