scorecardresearch
 

मीम शेयर करने पर युवक से पैर धुलवाए, वही पानी पिलाया... मध्य प्रदेश के दमोह की घटना पर मचा बवाल

मध्य प्रदेश के दमोह जिले के सतरिया गांव में शराबबंदी को लेकर विवाद बढ़ गया. एक पिछड़े वर्ग के युवक ने AI फोटो पोस्ट कर दिया. इसके बाद अनुज पांडे के पैर धुलवाए गए, वीडियो वायरल होने पर तनाव फैला. पुलिस ने चार नामजद और अन्य पर मामला दर्ज किया. ओबीसी, एससी और एसटी संगठनों ने प्रदर्शन किया.

Advertisement
X
AI फोटो पोस्ट करने से विवाद शुरू हुआ. (Photo: Screengrab)
AI फोटो पोस्ट करने से विवाद शुरू हुआ. (Photo: Screengrab)

मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है. यह कहानी है सतरिया गांव की, जहां एक पंचायत ने न सिर्फ कानून की मर्यादाएं तोड़ीं बल्कि मानवता को भी शर्मसार कर दिया.

शराबबंदी से शुरू हुआ विवाद
कुछ दिन पहले गांव में लोगों ने खुद की पंचायत बुलाकर शराबबंदी लागू की थी. नियम बना कि जो शराब पीएगा या बेचेगा, उस पर सामाजिक जुर्माना लगाया जाएगा. इसी बीच गांव के एक युवक अनुज पांडे ने शराब पी ली, जिससे लोगों में नाराजगी फैल गई.

AI जनरेटेड फोटो ने बढ़ाया विवाद
विवाद तब और भड़क गया जब पुरुषोत्तम कुशवाहा, जो पिछड़े वर्ग से आते हैं, उन्होंने सोशल मीडिया पर एक AI जनरेटेड फोटो पोस्ट कर दी. इस तस्वीर में अनुज पांडे को जूतों की माला पहनाए दिखाया गया था. बाद में पुरुषोत्तम ने फोटो डिलीट भी कर दी, लेकिन आग लग चुकी थी.

मंदिर में बुलाई गई पंचायत
अनुज पांडे और उसके समर्थक नाराज हो गए. बात थाने तक जाती, इससे पहले ही गांव के मंदिर में पंचायत बुलाई गई. वहां पंचायत के सामने पुरुषोत्तम कुशवाहा से अनुज पांडे के पैर धोकर माफी मंगवाई गई. यह दृश्य किसी ने वीडियो में रिकॉर्ड कर लिया, और जैसे ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, दमोह से लेकर भोपाल तक हड़कंप मच गया.

Advertisement

ऐसे बढ़ा तनाव
मामला पुलिस के संज्ञान में आया तो एसपी के निर्देश पर पटेरा थाना पुलिस ने चार नामजद और अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. इसके बाद ओबीसी, एससी और एसटी संगठनों ने सड़कों पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने इस घटना को संविधान और मानवता के खिलाफ बताया और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की.

राजनीतिक हलचल भी तेज
घटना पर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा, कहा कि प्रदेश में दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोगों पर अत्याचार हो रहे हैं. वहीं प्रशासन का कहना है कि जैसे ही मामला सामने आया, त्वरित कार्रवाई की गई है. पुलिस ने बताया कि जांच जारी है और दोनों पक्षों की शिकायतें लेकर तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement