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साहित्य आज तक 2022: तो लौट रहा है शब्द-सुरों का महाकुंभ

साहित्य का महाकुंभ फिर सज रहा है. 'साहित्य आज तक 2022' की घोषणा हो चुकी है. देश की राजधानी दिल्ली के केंद्र में यह मेला इस साल 18 नवंबर से 20 नवंबर तक सजेगा. जगह है मेजर ध्यान चऺद नेशनल स्टेडियम.

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साहित्य आज तक 2022ः हो जाइए तैयार
साहित्य आज तक 2022ः हो जाइए तैयार

शब्द और सुरों का मेला लौट रहा है. साहित्य का महाकुंभ फिर सज रहा है. 'साहित्य आज तक 2022' की घोषणा हो चुकी है. बस जगह बदल गई है, पर शहर वही है. देश की राजधानी दिल्ली के केंद्र में यह मेला इस साल 18 नवंबर से 20 नवंबर तक सजेगा. जगह है मेजर ध्यान चऺद नेशनल स्टेडियम.
पिछले सालों की तरह ही हर आने वाले साल के साथ यह महाकुंभ अपने विराट स्वरूप और भव्यता के चलते कला, संगीत और साहित्यप्रेमियों का दिल जीतता रहा है. इस साल भी इसमें आमंत्रित अतिथियों की संख्या 300 के आसपास है. इसमें कला, साहित्य, संगीत, संस्कृति और किताबों से जुड़ी अंतर्राष्ट्रीय ख्याति ढेर सारी शख्सियतें जुट रही हैं.
आपको यह पता ही है कि भारतीय भाषाओं, विशेषकर हिंदी में यह अपनी तरह का सबसे बड़ा साहित्यिक मंच है. इंडिया टुडे मीडिया समूह द्वारा संचालित देश के सबसे तेज, प्रभावी, प्रतिष्ठित और विशिष्ट चैनल 'आज तक'  की ओर से आयोजित साहित्य के इस महाकुंभ का यह पांचवां साल है. साल 2016 में पहली बार 'साहित्य आज तक' की शुरुआत हुई थी. उस साल यह मेला दो दिवसीय था और इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर ऑफ आर्ट्स में हुआ था. फिर 2017, 2018 और 2019 में यह तीन दिवसीय हो गया, और हर आयोजन के साथ यह और भी विराट होता गया. कोविड महामारी के चलते साल 2020 और 2021 में यह आयोजन नहीं हो सका था.
साहित्य के महाकुंभ के रूप में स्थापित हो चुका 'साहित्य आज तक' देश में भारतीय भाषा में आयोजित होने वाले किसी भी साहित्यिक मेले से बड़ा है. हर आने वाले साल के साथ इस आयोजन का फलक थोड़ा और बड़ा किया गया है. ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ा गया है और सेशन बढ़ाए गए हैं, ताकि श्रोता, साहित्य और कला प्रेमी इस उत्सव का अधिक से अधिक आनंद उठा सकें. 
हर बार की तरह इस साल भी कला, सिनेमा, संगीत, थिएटर, राजनीति और संस्कृति से जुड़े दिग्गजों से टेलीविजन के बड़े एंकर उनकी किताबों, प्रस्तुतियों, काम, समसामयिक विषयों पर खुले मंच पर चर्चा करेंगे. इस दौरान नाट्य, संगीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी रखी गई हैं. गायन, वादन, कहानी पाठ के अलावा यहां मुशायरा और कवि सम्मेलन भी हो रहा है. तो कौन, कहां, कब, किस मंच की शोभा बढ़ाएगा, इसकी जानकारी आपको आने वाले दिनों में इसी जगह मिलती रहेगी, पर असली सूची रजिस्ट्रेशन की लाइन ओपेन होने के बाद ही पता चलेगी. 

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