scorecardresearch
 

रोजाना नाश्ते में ओट्स खाना है खतरनाक! चीफ डायटीशियन ने बताए 5 बड़े नुकसान

नाश्ते में रोजाना अगर आप ओट्स खाते हैं तो यह खबर आपके के लिए है, क्योंकि चीफ डायटिशियन ने इसके नुकसान बताए हैं. उनका कहना है कि ब्रेकफास्ट में रोज ओट्स खाने से सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है और कुछ लोगों को इससे परहेज करना चाहिए.

Advertisement
X
हर चीज को ज्यादा मात्रा में खाना सही नहीं होता है. (Photo: AI-generated)
हर चीज को ज्यादा मात्रा में खाना सही नहीं होता है. (Photo: AI-generated)

Oats Side Effects: आजकल लोग अपनी हेल्थ को ध्यान में रखकर अपनी डाइट चुनते हैं. ऐसे में मॉर्डन वर्ल्ड में ओट्स लोगों को फेवरेट ब्रेकफास्ट बन चुका है. ओटमील यानी ओट्स से बना नाश्ता फाइबर से भरपूर और पेट भरने वाला माना जाता है. लेकिन अगर आप हर सुबह सिर्फ ओट्स ही खाते हैं, तो अब अपने ब्रेकफास्ट में थोड़ी वैरायटी लाने का वक्त आ गया है. 

ओट्स हेल्दी और टेस्टी तो होते हैं, खासकर जब इन्हें दूध, फल, बीज और मेवों के साथ खाया जाए, मगर रोजाना सिर्फ ओट्स खाने से कुछ लोगों को भारी नुकसान हो सकता है. आइए जानते हैं कि रोजाना ओट्स खाने से क्या साइड इफेक्ट्स होते हैं और किन लोगों को इसे रोज खाने से परहेज करना चाहिए. 

क्या रोज ओट्स खाना सही है?

मणिपाल हॉस्पिटल की चीफ डायटिशियन डॉ. पवित्रा एन राज के अनुसार अगर आप हर दिन ओट्स खाते हैं, तो इन 5 बातों पर जरूर ध्यान दें. 

ग्लूटेन सेंसिटिविटी

ओट्स अपने आप में ग्लूटेन-फ्री होते हैं, लेकिन ज़्यादातर फैक्ट्रियों में इन्हें ऐसे अनाजों के साथ प्रोसेस किया जाता है जिनमें ग्लूटेन पाया जाता है, जैसे गेहूं, जौ या राई. इस वजह से इनमें क्रॉस-कंटैमिनेशन  हो सकता है. अगर आपको सीलिएक डिजीज या ग्लूटेन एलर्जी है, तो सिर्फ सर्टिफाइड ग्लूटेन-फ्री ओट्स ही चुनें. वरना पेट में दर्द, सूजन या डाइजेशन से जुड़ी परेशानी हो सकती है. 

Advertisement

गैस और पाचन की समस्या

ओट्स में फाइबर भरपूर होता है, जो डाइजेशन के लिए अच्छा है. लेकिन अगर आपका शरीर फाइबर का आदी नहीं है, तो अधिक ओट्स खाने से गैस, पेट फूलना और भारीपन महसूस हो सकता है. डॉ. पवित्रा की सलाह है कि फाइबर की मात्रा धीरे-धीरे बढ़ाएं. पहले थोड़ी मात्रा से शुरू करें और शरीर का रिएक्शन देखें, इससे आपको बिना असहजता के ओट्स के फायदे मिलेंगे.

मिनरल्स का अवशोषण

ओट्स में फाइटिक एसिड होता है, जो शरीर में कैल्शियम, आयरन और जिंक  जैसे मिनरल्स के अवशोषण को कम कर सकता है. अगर आप रोजाना ओट्स खाते हैं, तो इससे पोषक तत्वों की कमी हो सकती है. इसे कम करने के लिए ओट्स को पकाने से पहले भिगोना या फर्मेंट करना बेहतर होता है, जिससे फाइटिक एसिड का लेवल घटता है और पोषक तत्व बेहतर तरह से अवशोषित होते हैं. 

वजन बढ़ना 

हालांकि ओट्स वजन कंट्रोल रखने में मदद करते हैं, लेकिन जरूरत से अधिक खाने पर यह वजन बढ़ाने का कारण भी बन सकते हैं. 100 ग्राम ओट्स में करीब 379 कैलोरी होती है. अगर आप बड़े कटोरे में ओट्स, फल और ड्राईफ्रूट्स भरकर खाते हैं, तो कैलोरी इनटेक बहुत बढ़ सकता है. इसलिए पोर्टियन साइज पर ध्यान दें और कुछ दिनों में स्मूदी, योगर्ट या वेजिटेबल ऑमलेट जैसे ऑप्शन अपनाएं.

Advertisement

न्यूट्रिएंट डेफिशियेंसी

ओट्स पौष्टिक होते हैं, लेकिन ये शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व नहीं देते हैं. अगर आप हर सुबह सिर्फ ओट्स खाते हैं, तो आपको प्रोटीन, कुछ विटामिन और मिनरल्स की कमी हो सकती है. डॉ. पवित्रा कहती हैं, संतुलित नाश्ते के लिए फलों, सब्जियों और प्रोटीन रिच फूड्स को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं.  

क्या ओट्स रोजाना खाना सेहतमंद है?

  • ओट्स के कई हेल्थ बेनिफिट्स हैं, लेकिन इन्हें संतुलित मात्रा में खाना बेहतर होता है.
  • हफ्ते में 2–3 बार ओट्स खाने की सलाह दी जाती है.
  • इस तरह आप इनके बिना किसी साइड इफेक्ट्स के फायदा ले सकते हैं.
---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement