Kidney Damage symptoms: किडनी हर दिन चुपचाप बहुत सारा काम करती हैं, बिना ज्यादा परेशानी के वेस्ट को फिल्टर करती हैं और फ्लूइड को बैलेंस करती हैं. लेकिन जब उसे दिक्कत होने लगती है तो वो कई संकेतों के जरिए आपको इशारा करती है. यूरिन में बुलबुले आना, टखनों में सूजन या एनर्जी की कमी जैसे लक्षण किडनी में खराबी का संकेत देते हैं जिन्हें लोग हल्का मानकर नजरअंदाज कर देते है.
जबकि इन लक्षणों का जल्दी पता चलने से बड़ी समस्याओं को रोका जा सकता है खासकर इसलिए क्योंकि डायबिटीज के मरीजों को किडनी की खराबी के संकेतों को हमेशा गंभीरता से लेना चाहिए. डायबिटीज दुनिया भर के लोगों में किडनी के खराब होने का एक बड़ा कारण है.
यूरिन में झाग
अगर आपको अपने टॉयलेट में झाग दिखे जो फ्लश के बाद भी चिपका रहे तो इसका मतलब यह हो सकता है कि आपकी यूरिन में प्रोटीन लीक हो रहा है जो किडनी में दिक्कत का एक रेड फ्लैग है. इस कंडीशन को Proteinuria कहते हैं, जो किडनी की समस्या का एक बड़ा लक्षण है.
किडनी प्रोटीन को फिल्टर करके शरीर में रखती है और जब वो ठीक से काम नहीं करती तो प्रोटीन यूरिन में आ जाता है लेकिन यह डिहाइड्रेशन, यूटीआई या ज्यादा प्रोटीन डाइट जैसे अन्य कारणों से भी हो सकता है इसलिए तुरंत डॉक्टर को दिखाना जरूरी है.
डायबिटीज के मरीजों को खासतौर पर इस लक्षण का ध्यान रखना चाहिए क्योंकि ज्यादा शुगर बढ़ने पर फिल्टर को नुकसान पहुंचाता है जिससे प्रोटीन बाहर निकलता है. अगर यह कंडीशन हफ्तों तक रहे तो इसे नजरअंदाज न करें. नुकसान फैलने से पहले एक क्विक यूरिन टेस्ट से जरूर कराएं.
टखनों में सूजन
शाम तक पैरों या टखनों में सूजन मोजे या टाइट जूतों के निशान किडनी खराब होने का संकेत हैं. किडनी जब एक्स्ट्रा फ्लूइड और नमक को ठीक से बाहर नहीं निकाल पाती है तो खून में प्रोटीन कम होने लगता है और यूरिन में बढ़ जाता है जिससे शरीर के विभिन्न हिस्सों (पैर, टखने, चेहरे) में सूजन (एडिमा) आ जाती है. यह स्थिति अक्सर नेफ्रोटिक सिंड्रोम या क्रोनिक किडनी रोग (CKD) में होती है.