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क्या होगा यदि नाश्ते में रोजाना ब्रेड-ऑमलेट खाएंगे? शरीर पर होगा ऐसा असर

ब्रेड-ऑमलेट नाश्ते में प्रोटीन और पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत है, जो वजन नियंत्रण और मसल्स गेन में मदद करता है.विशेषज्ञों के अनुसार, ब्रेड के प्रकार और ऑमलेट बनाने के तरीके से इसके स्वास्थ्य लाभ प्रभावित होते हैं.

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ब्रेड-ऑमलेट काफी हेल्दी नाश्ता है. (Photo: Adobe Image)
ब्रेड-ऑमलेट काफी हेल्दी नाश्ता है. (Photo: Adobe Image)

Bread-omelette benefits: अक्सर लोग नाश्ता हेल्दी करना पसंद करते हैं और समय के साथ ये ट्रेंड काफी अधिक बढ़ा है. पहले जहां लोग नाश्ता करते ही नहीं थे या फिर नाश्ते में समोसा-जलेबी खाते थे, उसकी जगह लोगों ने फल, सीड्स, ड्राई फ्रूट्स, अंडे आदि को खाना शुरू किया है. फिटनेस फ्रीक और अपने सेहत पर ध्यान देने वाले लोग अक्सर अपनी सुबह की शुरुआत प्रोटीन वाले नाश्ते से करते हैं और उसमें ब्रेड-ऑमलेट उनकी पहली पसंद रहता है. अब जो लोग सुबह ब्रेड-ऑमलेट खाना तो चाह रहे हैं लेकिन अभी तक खाना शुरू नहीं किया है, उन्हें इसके फायदे और सावधानियों के बारे में जरूर जानना चाहिए.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. रोहिणी पाटिल का कहना है रोजाना नाश्ते में ऑमलेट खाना शरीर के लिए हेल्दी हो सकता है, लेकिन इसमें आपका पोर्शन साइज और बनाने का तरीका निर्भर करेगा. क्योंकि ऑमलेट में यदि आप अधिक ऑयल का यूज करेंगे या फिर कौन सा ब्रेड यूज करेंगे, कितने अंडे यूज करेंगे, ये सारी बातें भी न्यूट्रिशन को बदल सकती हैं.

ब्रेड ऑमलेट के न्यूट्रिशन

यदि नाश्ते में 21 दिन तक ब्रेड-ऑमलेट खाया जाए, तो यह आपके शरीर पर कई सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.

हालांकि आप कौन सा ब्रेड का रहे हैं, वो भी ऑमलेट के पोषक तत्वों को बदल सकती है. जैसे व्हाइट ब्रेड काफी प्रोसेसिंग के बाद बनता है, इसमें फाइबर नहीं होता, जल्दी पच जाता है और शुगर को तेजी से बढ़ाता है.

ब्राउन ब्रेड तब तक हेल्दी नहीं होता जब तक उसमें साबुत अनाज ना मिला हो क्योंकि आजकल अक्सर सफेद ब्रेड के डो में कैरेमल रंग मिलाकर ब्राउन कर दिया जाता है.

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साबुत गेहूं की ब्रेड फाइबर और सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होती है जो धीमे पचती है और शुगर को धीरे-धीरे ब्लड में रिलीज करती है. मल्टीग्रेन ब्रेड यह तभी फायदेमंद है जब यह साबुत अनाज से बनी हो.

ब्रेड-ऑमलेट कब बन सकता है अनहेल्दी?

अक्सर लोग ऑमलेट बनाने के लिए बटर, तेल, घी का यूज करते हैं लेकिन वो भी इतनी अधिक मात्रा में डाल देते हैं कि उसकी कैलोरीज काफी अधिक बढ़ जाती हैं. 1 चम्चम टी स्पून (9-10 ग्राम) में करीब 90 से 100 कैलोरीज होती हैं. यदि किसी ने ऑमलेट बनाते समय 2-3 चम्चम तेल, घी या बटर का इस्तेमाल कर लिया तो 200-300 कैलोरीज बढ़ जाएंगी.

इसके बाद यदि ब्रेड को भी बटर या घी में सेक दिया तो उसकी कैलोरीज अलग से जुड़ेंगी.

वहीं 2 अंडे में करीब 140-150 कैलोरीज होती हैं. यदि आप अधिक अंडे का यूज करते हैं तो वो भी कैलोरीज काउंट होंगी. यदि आपका नाश्ता ही 500-600 कैलोरीज तक पहुंत गया तो आपकी बाकी दिन की कैलोरीज काफी अधिक हो जाएंगी. अगर टोटल कैलोरी काउंट बढ़ गया तो आपका वजन बढ़ सकता है.

ब्रेड-ऑमलेट के फायदे

  • अंडा हाई क्वालिटी वाला प्रोटीन, विटामिन बी, कोलीन और आवश्यक अमीनो एसिड से भरपूर होता है जो वेट और लॉस मसल्स गेन में मदद कर सकता है.
  • अगर आप होल-ग्रेन ब्रेड और कम तेल का इस्तेमाल करें तो यह वेट मैनेजमेंट, बेहतर इंसुलिन रेजिस्टेंस और दिनभर की भूख कम करने में सहायक हो सकता है.
  • ब्रेड-ऑमलेट नाश्ता आपको लंबे समय तक तृप्ति देता है और दोपहर तक की भूख कम करता है.
  • ब्रेड में भी 2-3 ग्राम प्रोटीन हो सकता है, इसलिए यदि आप 2 ब्रेड, 2 अंडे का ऑमलेट खाते हैं तो करीब 15-16 ग्राम प्रोटीन आपको नाश्ते में मिल जाएगा.

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