सर्दियों की शुरुआत होते ही बाजार में सरसों, बथुआ, मेथी और पालक जैसे तरह-तरह के साग दिखाई देने लगते हैं. ये साग खाने में तो टेस्टी होते ही हैं, साथ ही हेल्दी भी होते हैं खासकर बथुआ. बथुआ को सर्दियों का सुपरफूड भी कहा जाता है. इसमें अमीनो एसिड, फाइबर और विटामिन A, B और C भरपूर मात्रा में मिलते हैं. इसके साथ ही इसमें आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम और फॉस्फोरस भी होता है. यही वजह है कि भारतीय घरों में लोग ठंड के दिनों में इसे खाना पसंद करते हैं.
हमारे आयुर्वेद में भी बथुए के कई फायदे बताए गए हैं. आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, सर्दियों में बथुआ सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. यह वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को शांत करने में मदद करता है. साथ ही यह कब्ज दूर कर पेट साफ करता है, लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करता है, किडनी से जुड़ी समस्याओं में राहत देता है और डाइजेशन को बेहतर बनाए रखता है.
बथुआ से होने वाले अन्य फायदे:-
डाइजेशन बेहतर होता है
बथुआ में फाइबर और पानी की मात्रा काफी ज्यादा होती है. इसे खाने से पेट साफ रहता है, कब्ज दूर होती है और लूज मोशन की समस्या भी कम होती है.
हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है
बथुआ में विटामिन C भरपूर मिलता है जो हड्डियों और दांतों के लिए जरूरी है. इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण चोट लगने पर शरीर को जल्दी ठीक होने में भी मदद करते हैं.
स्किन को ग्लोइंग बनाता है
बथुआ बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद करता है और खून को साफ करता है. खून साफ रहने से चेहरे पर पिम्पल और दाग-धब्बे कम होते हैं जिससे स्किन नेचुरली ग्लो करती है.
आंखों की रोशनी के लिए अच्छा है
आजकल स्क्रीन टाइम ज्यादा होने की वजह से कम उम्र में ही आंखों की रोशनी कमजोर होने लगती है. बथुआ में जिंक और आयरन होते हैं जो आंखों की सेहत के लिए जरूरी माने जाते हैं.
बथुआ को डाइट में कैसे शामिल करें?
बथुआ का जूस खाली पेट पीना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. इसे दाल में मिलाकर या बथुआ का रायता बनाकर भी खाया जा सकता है. इसके अलावा आप बथुआ के पराठे बनाकर भी इसका स्वाद और फायदा ले सकते हैं.