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विमान की इमरजेंसी लैं‍डिंग पर सस्‍पेंस बरकरार

दिल्ली एयरपोर्ट पर रविवार शाम इंडिगो विमान  6 ई 334 की इमरजैंसी लैंडिग का सस्पेंस अबतक बरकरार है.

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दिल्ली एयरपोर्ट पर रविवार शाम इंडिगो विमान  6 ई 334 की इमरजैंसी लैंडिग का सस्पेंस अबतक बरकरार है. विमान के एक य़ात्री जीतेंद्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 336 औऱ 506 के तहत डराने और दूसरों की जान खतरे में डालने का मामला दर्ज कर लिया गया है.

रविवार शाम गोवा से दिल्ली आ रहे इंडिगो विमान में कुछ गड़बड़ी की सूचना के बाद उसकी इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी. विमान की इमरजेंसी लैंडिग के साथ ही एंटी हाईजैकिंग ड्रिल शुरू हो गई. एनएसजी कमांडो ने विमान को घेर लिया. करीब 5 घंटे यात्रियों से कड़ी पूछताछ हुई.

हालांकि देर रात तक पूछताछ के बाद सभी यात्रियों को जाने की इजाजत मिल गई लेकिन हंगामा खड़ा करने के आरोप में पुलिस ने जीतेंद्र नाम के यात्री को गिरफ्तार कर लिया है.

क्‍या और कैसे हुआ


गोवा से दिल्ली आने वाली 6 ई 334 इंडिगो फ्लाइट के पॉयलट ने 5.15 मिनट पर दबाया पैनिक बटन औऱ फिर जो ड्रामा हुआ वो किसी विमान अपहरण की असली घटना से कम नहीं था. 5 बजकर 29 मिनट पर दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई जहाज की इमरजैंसी लैंडिंग औऱ जहाज को एकांत इलाके में ले जाया गया.जहाज के लैंड होते ही पुलिस औऱ एम्बुलेंस के साथ एनएसजी कमांडोज ने जहाज को घेर लिया.

एक दो नहीं तीन-तीन जगह शुरु हुई आपात बैठकें. एक एयरपोर्ट पर, एयरपोर्ट डायरेक्टर, एविएशन सिक्यूरिटी, जहाज कम्पनी के नुमाइँदों के बीच. दूसरी आपात बैठक, मंत्रालय औऱ डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन के आला अधिकारियों के बीच और तीसरी सबसे उच्च स्तरीय सचिवों की बैठक शुरू हुई कैबिनेट सचिवों में.

सूत्रों के मुताबिक अबतक जो मामला सामने आया है उसके बाद ये तमाम एंटी हाईजैक ड्रामे की वजह थी सिर्फ कुछ गलतफहमियां. सूत्रों के मुताबिक दरअसल हुआ ये गोवा से दिल्ली की ओर आ रही इंडिगो के एक विमान, फ्लाइट संख्या 6 ई 334 में तीन यात्रियों की क्रू मेम्बर्स से मनपसंद सीट को लेकर बहस छिड़ गई. बहस गरमागरमी में तब्दील हुई औऱ धमकी विमान के अपहरण तक पहुंच गई. बस क्या था, इसी की जानकारी मिलने पर विमान के पायलट ने दबा दिया पैनिक बटन औऱ मचगया हड़कंप. पलभर में विमान के अपहरण की स्थिति में जो कोशिशें होनी थी वो शुरू हो गई. कमांडो ने जहाज को घेर लिया.

जबतक विमान अपहरण की कोशिश की खबर की पोल खुली तबतक देर हो चुकी थी. 5.29 बजकर मिनट पर हुई थी जहाज की लैंडिग लेकिन पहले तीन घंटे एनएसजी कमांडों ने जहाज और यात्रियों की तसल्ली से तलाशी ली औऱ पूछताछ की. फिर सीआईएसएफ ने औऱ फिर थाने ले लाकर हंगामे के असली किरदारों की खबर ली गई.

हालांकि अभी तक मामले पर आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है लेकिन सूत्र बताते हैं कि तमाम यात्रियों औऱ हंगामा शुरू करने के तीन आरोपी- दो पुरुष औऱ एक महिला से पूछताछ से जो मामला समझ आ रहा है वो सिर्फ कुछ गलतफहमियों की ओर इशारा करता है लेकिन चूकि एंटी हाईजैक ड्रिल की प्रक्रिया शुरू हो गई थी लिहाजा जांच को मुकम्मल करने के बाद ही दम लिया गया औऱ यात्रियों को घर जाने दिया गया.संदिग्ध अभी भी जांच के दायरे में हैं.

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