बाबा रामदेव और सरकार के बीच तनातनी चल रही है. अब प्रधानमंत्री के बयान के बाद विपक्षी पार्टियों ने भी तेवर कड़े कर दिये हैं. भ्रष्टाचार, रामदेव, पक्ष और विपक्ष से जुड़ी चौथे दिन की प्रत्येक हलचल के लिए लगातार बने रहे हमारे साथ. हम आपको कराते रहेंगे ताजा स्थिति से अवगत.
12:50 PM सरकार ने जहां बाबा रामदेव के खिलाफ अपना रुख कड़ा कर लिया है, वहीं योगगुरु ने कहा कि उन्होंने तो प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को रामलीला मैदान पर हुई कार्रवाई के लिये माफ कर दिया है लेकिन इतिहास उन्हें उनके ‘राजनीतिक पाप’ के लिये कभी माफ नहीं करेगा.
12:40 PM रामदेव ने हरिद्वार में संवाददाताओं से कहा, ‘प्रधानमंत्री ने पुलिस कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. एक तरह से उन्होंने पाप होने की बात स्वीकार की है. चूंकि, वह पाप होने की बात स्वीकार कर चुके हैं, लिहाजा मैंने उन्हें माफ कर दिया है.’
12:05 PM बाबा रामदेव अपना सत्याग्रह हरिद्वार में जारी रख रहे योगगुरु ने कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री को व्यक्तिगत रूप से माफ कर दिया है लेकिन उन्होंने जो राजनीतिक पाप किया है, उसके लिये उन्हें सिर्फ भारत का ही नहीं पूरी दुनिया का इतिहास कभी माफ नहीं करेगा. उन्होंने लोकतंत्र को कलंकित किया है.’
08:50 AM काले धन के मुद्दे पर अनशन कर रहे बाबा रामदेव और उनके अनुयायियों को नयी दिल्ली के रामलीला मैदान से जबर्दस्ती हटाए जाने की घटना को आघात पहुंचाने वाली घटना बताते हुए न्यूयार्क की एक भारतीय अमेरिकी संस्था ने इसे भारत के लोकतांत्रिक ढांचे पर खतरनाक हमला करार दिया है.
08:40 AM न्यूयार्क की एक संस्था ‘अमेरिकन इंटलेक्चुअल फोरम’ ने एक वक्तव्य में कहा, ‘इस आंदोलन के पीछे बाबा रामदेव का उद्देश्य गरीब भारतीयों से चुरा कर विदेशों में जमा की गई लगभग 9,000 अरब डॉलर की राशि को वापस लाना था.’ फोरम के अध्यक्ष नारायण कटारिया ने कहा कि किसी भी सूरत में इससे कानून-व्यवस्था को कोई नुकसान नहीं पहुंचता, जैसा केंद्र सरकार दावा कर रही है.
08:00 AM बाबा रामदेव और प्रशंसकों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के दौरान हिंसा करने के आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन लोगों की गिरफ्तारी पुलिसकर्मियों पर ईंट-पत्थर, फूलों के गमले और ठोस वस्तुयें फेंकने के कारण किया गया है. इससे पहले कमला मार्केट पुलिस स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ दंगा करने, लोकसेवकों को अपना काम करने से रोकने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुचाने के आरोप में एक मामला दर्ज किया गया था.
07:30 AM भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने कहा है कि रामदेव के खिलाफ पुलिस कार्रवाई पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का बयान उन्हें आपातकाल के दिनों की याद दिलाता है जब इसी तरह के भाषा का इस्तेमाल तत्कालीन शासकों ने किया था. सुषमा ने माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, ‘जब आपात काल लागू किया गया तब इसी तरह की भाषा का इस्तेमाल तत्कालीन शासकों ने किया था और कहा था, ‘आपातकाल दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन इसका कोई विकल्प नहीं था.’ उन्होंने प्रधानमंत्री के बयान पर आश्चर्य जताया.
07:00 AM बाबा रामदेव के खिलाफ की गई पुलिसिया कार्रवाई को अमेरिका ने भारत का आंतरिक मामला बताया है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा कि अमेरिका शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने के अधिकारों का समर्थन करता है लेकिन यह लोगों का भी दायित्व है कि वे सुरक्षा व्यवस्था और कानून का पालन करें. पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चीन के थ्यानमेन चौराहे पर किए गए नरसंहार और रामदेव के खिलाफ की गई पुलिसिया कार्रवाई में कोई समानता नहीं है.
07:00 AM राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने रामलीला मैदान में मध्य रात्रि में महिलाओं तथा बच्चों समेत बाबा रामदेव के समर्थकों पर पुलिस कार्रवाई की आज कड़ी आलोचना की और उसने योगगुरू के अनशन का समर्थन किया. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आरएसएस ने अपने पुत्तुर (केरल) बैठक में एक प्रस्ताव स्वीकार कर रामदेव को पूरा समर्थन दिया है. भागवत ने प्रश्न किया, ‘शीर्ष पदों में फैले भ्रष्टाचार और कालेधन का पता लगाने के लिये रामलीला मैदान में प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ भारी कार्रवाई करने के लिये किस चीज ने सरकार को उकसाया.’ उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव और अन्ना हजारे को पार्टी राजनीति से ऊपर उठकर देखना चाहिये.
07:00 AM रामलीला मैदान में बाबा रामदेव और उनके समर्थकों पर की गयी पुलिसिया कार्रवाई के बारे में पहले से जानकारी होने के बारे में पूछे गये सवालों का जवाब दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित टाल गईं. लेकिन उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस मुद्दे को लेकर उच्चतम न्यायालय के नोटिस का जवाब देगी. शीली दीक्षित ने कहा, ‘नोटिस मिलने पर हम उसका जवाब देंगे.’ गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने रामलीला मैदान में की गयी कार्रवाई के बारे में स्वत: संज्ञान लेते हुये केंद्रीय गृह सचिव, दिल्ली पुलिस आयुक्त और दिल्ली के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर विस्तृत जानकारी मांगी है.