बिहार में इन दिनों चमकी बुखार का कहर देखा जा रहा है. करीब 100 से ज्यादा मौतें इस बुखार के कारण हो चुकी है. वहीं चमकी बुखार पर एम्बुलेंस सुविधा फ्री होगी और मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपए की मुआवजा राशि दी जाएगी.
बिहार में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) यानी चमकी बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. जिसके मद्देनजर चमकी बुखार पर मुख्य सुरक्षा अधिकारी दीपक कुमार ने बताया, 'एम्बुलेंस सुविधा फ्री होगी. अगर कोई प्राइवेट वाहन से अस्पताल आता है, तो उन्हें किराया दिया जाएगा. उपचार का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी. वहीं हर मृतक बच्चे के परिवार को 4 लाख रुपए की मुआवजा राशि दी जाएगी.'
Chief secy Deepak Kr on AES: The ambulance facility will be free of cost, if someone comes to hospital in a pvt vehicle, the fare will be reimbursed to them. Expenses of all treatment will be borne by state govt. Ex-gratia of Rs 4 Lakh each will be given to families of deceased. pic.twitter.com/oV1GWG8v4g
— ANI (@ANI) June 17, 2019
बता दें कि बिहार में चमकी बुखार से मरने वालों की संख्या बढ़कर 100 से ज्यादा पहुंच गई है. इस बुखार से अब तक मरने वालों की संख्या 104 का आंकड़ा छू चुकी है.
#UPDATE Death toll due to Acute Encephalitis Syndrome (AES) in Muzaffarpur rises to 104. #Bihar pic.twitter.com/H7Ub0Szllc
— ANI (@ANI) June 17, 2019
मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल अस्पताल में 375 बच्चे एडमिट हैं. चमकी बुखार से पीड़ित मासूमों की सबसे ज्यादा मौतें मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में हुई हैं. वहीं 15 साल तक की उम्र के बच्चे इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. मरने वाले बच्चों की उम्र एक से सात साल के बीच ज्यादा है. डॉक्टरों के मुताबिक, इस बीमारी का मुख्य लक्षण तेज बुखार, उल्टी-दस्त, बेहोशी और शरीर के अंगों में रह-रहकर कंपन (चमकी) होना है.