आज शुक्रवार संसद के बजट सत्र (Budget session) के पहले भाग का 10वां और अंतिम दिन था. राज्यसभा (Rajyasabha) में आम बजट 2022-23 पर चर्चा की गई. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने अपने जवाब से इस सत्र का समापन किया. निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण में बहुत सी अहम जानकारियां देने के साथ-साथ कांग्रेस को भी खरी-खरी सुनाई.
कृषि में ड्रोन तकनीक पर फोकस
उन्होंने कहा कि भारतीय कृषि को बदलने के लिए ड्रोन तकनीक बहुत प्रभावी है. इसमें गांव के युवाओं को भी ट्रैनिंग दी जाएगी, जो कृषि के भविष्य के लिए बहुत अच्छा होगा. कृषि में ड्रोन तकनीक से फर्टिलाइज़र, कीटनाशकों के इस्तेमाल में दक्षता आएगी. इससे फसल की पैदावार भी बढ़ेगी. मूल्य भी अच्छा मिलेगा. भारत की कृषि में सुधार और आधुनिकीकरण के लिए ड्रोन बहुत ही प्रभावी उपकरण है.
यह बजट अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा
बजट को लेकर निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह बजट अर्थव्यवस्था में स्थिरता लाएगा साथ ही, निरंतरता को बनाए रखेगा. इसमें पिछली कुछ नीतियों को भी शामिल किया गया है और यही नीतियां हमें अगले 25 सालों के लिए मार्गदशन देंगी. उन्होंने यह भी कहा कि भारत की आजादी के 100 साल होने पर भी अगर हमारा विज़न नहीं होगा तो हम वही सब झेलेंगे जो हमने कांग्रेस के शुरुआती 65 साल के शासन में झेला. कांग्रेस की सरकार के पास सिर्फ एक विज़न था, सिर्फ एक परिवार को फायदा पहुंचाने के.
रिसेशन में महंगाई ज़्यादा थी, कोरोना काल में कम
उन्होंने कहा कि 2008-09 के वित्तीय संकट के दौरान महंगाई 9.1% थी, जबकि महामारी के दौरान यह 6.2% थी. कोरोना महामारी का असर पड़ा लेकिन हमारे प्रबंधन और मुद्रास्फिति से महंगाई ज्यादा नहीं बढ़ी, 6.2 रही, जबकि विपक्ष कम संकट वाले रिसेशन को भी संभाल नहीं सका.
Technology and Digital adoption are instruments through which we want to work during this #amritkaal: FM @nsitharaman's reply in #RajyaSabha#BudgetSession2022
— SansadTV (@sansad_tv) February 11, 2022
@nsitharamanoffc @FinMinIndia pic.twitter.com/0S0NVvDtwi
कांग्रेस ने मनरेगा का दुरुपयोग किया
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस ने मनरेगा का दुरुपयोग किया. इसमें उन लोगों को पैसा दिया गया जो हैं ही नहीं, गोस्ट एकाउंड में पैसा डाला गया. खेती न होने पर ग्रामीण इलाकों में किसानों को रोजगार देने के लिए मनरेगा बनाया गया था. हम यही कर रहे हैं. हमने राज्यों में पैसे दिए. मनरेगा के लिए 1 लाख 11 हजार करोड़ दिए गए. जो इस स्कीम में पारदर्शी तरीके से खर्च किए गए. आगे जब भी ज़रूरत होगी, तो हम बजट और बढ़ा देंगे.
स्वास्थ्य विभाग का बजट भी लगातार बढ़ रहा है
निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2019-20 स्वास्थ्य विभाग को हमने 64 हजार करोड़ रुए दिए, 2020-21 में 80 हजार करोड़, 2021-22 में यह 85,950 हजार करोड़ हो गया. 2022-23 में 86,666 हजार करोड़ दिए जा रहे हैं, जिसका बजट में जिक्र किया गया है. उन्होंने कहा कि 2022-23 में 5846 करोड़ पीएम आयुषमान भारत हेल्थ मिशन के लिए दिए गए हैं. 2021 में फूड सब्सिडी पर 2.86 लाख करोड़ दिए गए हैं. पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत. इस साल फूड सब्सिडी बढ़ाकर 2.07 लाख करोड़ कर दी गई है.
कृषि पर इस साल 1.24 लाख करोड़ रुपए होंगे खर्च
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2013-14 में कृषि पर 90 हजार करोड़ खर्च किए गए थे, जबकि ये अब 6.6 गुना बढ़ गया है और आज 2022-23 में यह 1.24 लाख करोड़ पर पहुंच गया है. इसके अलावा, पीएम किसान सम्मान योजना के तहत, 68 हजार करोड़ किसानों के खातों में ट्रांसफर किए जाएंगे. हमने कैपिटल एक्सपेंडिचर को 5.54 लाख करोड़ से बढ़ाकर 7.50 लाख करोड़ किया ताकि इसके जरिए इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जा सके.
2.32 लाख करोड़ रुपए पहुंची जीडीपी
7-8 साल पहले जीडीपी 1.1 लाख करोड़ रुपए थी. अब यह 2.32 लाख करोड़ रुपए है. 2013-14 में निर्यात 2.85 लाख करोड़ रुपए था, आज यह 4.7 लाख करोड़ रुपए है. 2013-14 में विदेशी मुद्रा 275 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी, अब यह 630 बिलियन अमेरिकी डॉलर है. एफडीआई प्रवाह 36 अरब अमेरिकी डॉलर था, अब यह 80 अरब अमेरिकी डॉलर है.
क्रिप्टोकरंसी पर टैक्स लगाने का मतलब इसे लीगलाइज़ करना नहीं
निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा कि 7.5 लाख करोड़ रुपये खर्च से रोजगार पैदा होंगे. 14 क्षेत्रों के लिए उत्पादकता से जुड़ी प्रोत्साहन योजना से रोजगार सृजन 60 लाख नौकरियों तक सीमित नहीं. क्रिप्टोकरंसी पर उन्होंने कहा है कि इस स्टेज पर इसे लीगलाइज़ या बैन नहीं किया जा रहा है. टैक्स लगाने का मतलब ये नहीं समझा जाए कि इसे मान्यता दे दी गई है. विशेषज्ञों की राय पर ही इसपर निर्णय लिया जाएगा.
किस गरीबी की बात कर रही है कांग्रेस
निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा था कि गरीबी का मतलब भोजन, धन या भौतिक चीजों की कमी नहीं है. अगर किसी के पास आत्मविश्वास है तो कोई भी इसे दूर कर सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि यह मन की स्थिति है. मैंने उनका नाम नहीं लिया है, लेकिन हम जानते हैं कि वे कौन हैं. मैं पूछना चाहती हूं कि आप किस गरीबी की बात कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि जब बरसात होती है, तो मेंढक टर्राते हैं. किसी को पता नहीं होता कि मेंढ़क कहां है, लेकिन आवाज आती है. मैंने किसी के बारे में कुछ नहीं कहा, लेकिन प्रतिक्रियाएं बरसाती मेंढकों की तरह आ रही हैं.'
राहु काल कांग्रेस का चल रहा है, हमारा तो अमृत काल है
निर्मला सीतारमण ने किपिल सिब्बल की टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा कि राहु काल तो कांग्रेस का चल रहा है. पार्टी में जी-23 खेमा बन गया है, यही है उसका राहु काल. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़ रहे हैं, यह राहु काल है, कांग्रेस 'राहुल काल' का सामना कर रही है, जो 44 सीटों पर सिमट कर रह गई है, यह राहु काल है, राहु काल तो राजस्थान में है जहां आए दिन महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं. इसलिए राहु काल कांग्रेस का चल रहा है हमारा तो अमृत काल है.
संसद के बजट सत्र के पहले भाग का आज 10वां और अंतिम दिन था. आम बजट 2022-23 पर हुई चर्चा पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के जवाब से, इस सत्र के पहले भाग का समापन हो गया. अब बजट सत्र का अगला भाग 14 मार्च 2022 को शुरू होगा.