चुनाव आयोग द्वारा बंगाल, केरल और तमिलनाडु समेत 15 राज्यों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के ऐलान के साथ ही देश में राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है. जहां भाजपा इस कदम का स्वागत करते हुए इसे 'बांग्लादेशी वोटरों' को हटाने के लिए जरूरी बता रही है, वहीं महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे गुट ने इसे 'मैच-फिक्सिंग' करार दे दिया है.