scorecardresearch
 

'सुदीप बनर्जी को गिरफ्तार करना चाहिए...', कुणाल घोष ने अपनी ही पार्टी के सांसद के खिलाफ खोला मोर्चा

शनिवार सुबह टीएमसी नेता कुणाल घोष खुलकर टीएमसी सांसद सुदीप बनर्जी के विरोध में आ गए. उन्होंने अपने ऑफिशियल X हैंडल से किए एक पोस्ट में लिखा 'सांसद सुदीप बनर्जी के बैंक खातों और उनकी ओर से एम्स, भुवनेश्वर को किए गए भुगतान की जांच की जानी चाहिए.

Advertisement
X
टीएमसी नेता कुणाल घोष (File Photo)
टीएमसी नेता कुणाल घोष (File Photo)

तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने शुक्रवार को पार्टी के प्रवक्ता और प्रदेश महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे के बाद वह खुलकर टीएमसी नेता सुदीप बनर्जी के विरोध में आ गए हैं. अभी तक वह इशारों-इशारों में उन पर आरोप लगा रहे थे, लेकिन शनिवार सुबह उन्होंने खुलकर सुदीप बनर्जी के खिलाफ पोस्ट की.

CBI-ED को किया टैग
इतना ही नहीं उन्होंने सीबीआई और ईडी को भी अपनी पोस्ट में टैग किया है. कुणाल घोष ने सुदीप बनर्जी के एम्स में रहने के दौरान उनके लेनदेन की जांच की मांग की, साथ ही कहा कि यदि सुदीप बनर्जी के धन का कोई संबंध कोयला माफिया से है तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए. 

बनर्जी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए
बता दें कि शनिवार सुबह टीएमसी नेता कुणाल घोष खुलकर टीएमसी सांसद सुदीप बनर्जी के विरोध में आ गए. उन्होंने अपने ऑफिशियल X हैंडल से किए एक पोस्ट में लिखा 'सांसद सुदीप बनर्जी के बैंक खातों और उनकी ओर से एम्स, भुवनेश्वर को किए गए भुगतान की जांच की जानी चाहिए. जब वह हिरासत में थे तो उनकी ओर से बड़ी रकम दी गई या अस्पताल को भुगतान किया गया या नहीं, इसकी जांच होनी चाहिए. अगर ये सारे आरोप सच निकलते हैं तो इनका संबंध कोयला घोटाले से हो सकता है. इसके साथ ही उन्होंने बनर्जी की गिरफ्तारी की मांग भी कर दी. उन्होंने कहा कि, अगर एजेंसियां ​​इससे बचने की कोशिश करती हैं तो मैं एलडी कोर्ट में जाकर इस मामले की जांच की गुहार लगाऊंगा.'

Advertisement

एक दिन पहले ही छोड़ा पद
बता दें कि एक दिन पहले ही उन्होंने अपने ऑफिशियल X हैंडल से किए एक पोस्ट में लिखा, 'मैं टीएमसी का प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता नहीं रहना चाहता. मैं सिस्टम में मिसफिट हूं. मैं पार्टी कार्यकर्ता बनकर रहना पसंद करूंगा. कृपया दलबदल की अफवाहों पर ध्यान दें'. उन्होंने X पर अपना बायो भी बदल लिया है और पार्टी का नाम हटाकर खुद को सिर्फ पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता बताया है.

पहले भी कर चुके हैं कटाक्ष
इससे पहले गुरुवार को एक पोस्ट में कुणाल घोष ने बिना किसी का नाम लिए कटाक्ष किया था. उन्होंने लिखा था कि कुछ नेता अक्षम, स्वार्थी और गुटबाजी करने वाले हैं. वे पूरे साल कामचोरी करते हैं और चुनाव करीब आने पर दीदी (ममता बनर्जी), अभिषेक (अभिषेक बनर्जी) और टीएमसी के नाम पर जीत हासिल करते हैं. ऐसा बार-बार नहीं होगा. जीत पार्टी कार्यकर्ताओं के उत्साह पर निर्भर करती है, व्यक्तिगत लाभर-हानि पर नहीं. बता दें कि घोष पूर्व में टीएमसी के राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement