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'गोली चलाते समय अल्लाहु अकबर चिल्ला रहा था रहमानुल्लाह...', व्हाइट हाउस शूटर पर कोर्ट में खुलासा

वॉशिंगटन में नेशनल गार्ड के दो जवानों पर गोली चलाने के आरोपी अफगान शरणार्थी रहमानुल्लाह लकनवाल ने अदालत में खुद को निर्दोष बताया है. इस हमले में एक जवान की मौत हो गई थी और दूसरा गंभीर रूप से घायल है. आरोप है कि गोली चलाते समय वह 'अल्लाहु अकबर' चिल्ला रहा था.

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घायल होने के कारण रहमानुल्लाह अस्पताल से वीडियो के जरिए पेश हुआ और ठीक होने के बाद उसे जेल भेजा जाएगा. (Photo: ITG)
घायल होने के कारण रहमानुल्लाह अस्पताल से वीडियो के जरिए पेश हुआ और ठीक होने के बाद उसे जेल भेजा जाएगा. (Photo: ITG)

वॉशिंगटन में नेशनल गार्ड के दो जवानों पर गोली चलाने के आरोपी रहमानुल्लाह लकनवाल ने मंगलवार को अदालत में खुद को निर्दोष बताया. वह अस्पताल के बिस्तर से वीडियो के जरिए कोर्ट में पेश हुआ. इस हमले में एक जवान की मौत हो गई थी, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है. आरोप है कि गोली चलाते समय लकनवाल लगातार 'अल्लाहु अकबर' चिल्ला रहा था.

लकनवाल पर लगाए जाएंगे आतंकवाद के आरोप

रहमानुल्लाह लकनवाल अफगानिस्तान से आया एक शरणार्थी है. डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया की स्थानीय अदालत में पेशी के दौरान अभियोजकों ने कहा कि लकनवाल पर हत्या, हमला और हथियारों से जुड़े दो अतिरिक्त आरोप लगाए जाएंगे. राष्ट्रपति ट्रंप और वॉशिंगटन के लिए अमेरिका की सरकारी वकील जेनिन पिरो ने कहा कि उस पर और ज्यादा गंभीर संघीय आरोप लगाए जाएंगे, जिनमें आतंकवाद से जुड़े आरोप भी शामिल हो सकते हैं और जिनमें मौत की सजा तक का प्रावधान हो सकता है. 

ठीक होने के बाद भेजा जाएगा जेल

सुनवाई के बाद जेनिन पिरो ने कहा कि जांच अभी जारी है और आगे चलकर संघीय स्तर पर भी केस दर्ज किया जा सकता है. अदालती दस्तावेजों के अनुसार, गिरफ्तारी से पहले एक नेशनल गार्ड जवान के साथ हुई गोलीबारी में खुद लकनवाल भी गोली लगने से घायल हो गया था. अभियोजकों ने कहा कि उसकी हालत में सुधार हो रहा है और वह ठीक होने के बाद जेल भेजा जाएगा.

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जेनिन पिरो ने कहा कि सरकार ने अभी यह तय नहीं किया है कि उसके खिलाफ मृत्युदंड की मांग की जाए या नहीं. उन्होंने कहा कि यह फैसला अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी लेंगी. पिरो ने कहा, 'यह बहुत गंभीर फैसला होता है. ऐसे फैसले बाद के समय में लिए जाते हैं.'

वकील ने की जमानत की मांग

लकनवाल की ओर से पैरवी कर रहे पब्लिक डिफेंडर टेरेंस ऑस्टिन ने मंगलवार को सुनवाई कर रहे जज से कहा कि सरकार ने सार्वजनिक बयानों के जरिए इस मामले को राजनीतिक रंग दे दिया है, जिससे जूरी पर पहले ही उसके खिलाफ पूर्वाग्रह बन सकता है, जबकि उसे अभी अदालत में अपना बचाव करने का मौका भी नहीं मिला है. 

उन्होंने यह भी मांग की कि लकनवाल को मुकदमे तक जमानत पर रिहा किया जाए, क्योंकि गोलीबारी से पहले उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड सामने नहीं आया है. हालांकि डीसी सुपीरियर कोर्ट की मजिस्ट्रेट जज रेनी रेमंड ने कहा कि इस मामले की परिस्थितियां ऐसी हैं कि लकनवाल को रिहा करने के लिए 'किसी भी तरह की शर्त' मान्य नहीं हो सकती.

'गोली चलाते हुए चिल्ला रहा था अल्लाहु अकबर'

उन्होंने कहा, 'वह पूरे देश को पार करके हथियार के साथ यहां आया और उसका एक खास मकसद था.' जज ने यह भी कहा कि उसके कृत्य से जो भय का माहौल पैदा हुआ है और जो अब भी बना हुआ है, उसे देखते हुए लकनवाल को जमानत नहीं दी जा सकती. मंगलवार को दाखिल अदालती दस्तावेजों में वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड के एक अन्य सदस्य ने बताया कि उसने लकनवाल को व्हाइट हाउस से कुछ ही ब्लॉक की दूरी पर गोली चलाते समय 'अल्लाहु अकबर' चिल्लाते हुए देखा था.

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