प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज, 26 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास किया. इसके तहत पूरे देश में अमृत भारत स्टेशन के अंतर्गत 550 से अधिक स्टेशनों के पुनर्विकास किया जाएगा. इसमें पूर्व मध्य रेल के 38 स्टेशनों में से बिहार में 22, झारखंड में 14 और उत्तरप्रदेश में 3 स्टेशन शामिल हैं. इसके अलावा देशभर के 1585 से अधिक नवनिर्मित रोड ओवर ब्रिज और आरयूबी/एलएचएस का लोकार्पण भी किया गया. जिसमें पूर्व मध्य रेल के अंतर्गत आने वाले विभिन्न रेलवे स्टेशनों की विकास योजनाएं भी शामिल है.
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी का कहना है, ''आज रेलवे से जुड़ी 2,000 से ज्यादा परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया गया है. इस सरकार का तीसरा कार्यकाल जून से शुरू होने जा रहा है लेकिन जिस पैमाने और गति से काम शुरू किया गया है वह सबके लिए आश्चर्यजनक है."
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार, 26 फरवरी को 'अमृत भारत स्टेशन योजना' के तहत पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार में पूर्वी रेलवे क्षेत्राधिकार में 28 स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी. उन्होंने बताया था कि ये उन 550 से अधिक रेलवे स्टेशनों में से हैं, जहां पीएम योजना के तहत सुविधाओं में सुधार के लिए आधारशिला रखी गई. बता दें कि 28 स्टेशनों में से 17 पश्चिम बंगाल में, सात झारखंड में और चार बिहार में हैं.
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अधिकारी ने आगे बताया कि इस योजना के तहत 28 स्टेशनों के पुनर्विकास पर करीब 704 करोड़ रुपये की लागत आएगी. इस अवसर पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस बंडेल स्टेशन पर एक कार्यक्रम में भाग लिया, जिसे 307 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर विश्व स्तरीय स्टेशन में बदलने के लिए प्रमुख पुनर्विकास कार्य के साथ वित्त का सबसे बड़ा हिस्सा मिलेगा.
रेलवे स्टेशनों का होगा कायाकल्प
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इन स्टेशनों पर भविष्य में यात्रियों की सुविधा, सुगमता व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यकतानुसार स्टेशन भवन, प्रवेश एवं निकास द्वार, फुटओवर ब्रिज, कॉनकोर्स, प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया, पार्किंग, दिव्यांग सुविधाओं, प्रकाश व्यवस्था, बैठने की व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, स्वच्छता व्यवस्था, पहुंच पथ, संकेत एवं निर्देश बोर्ड, ट्रेन डिस्प्ले और उद्घोषणा प्रणाली, सुंदरीकरण आदि आवश्यक विकास कार्य किया जाएगा. इसके साथ ही नवनिर्मित रोड ओवर ब्रिज तथा अंडरपास के माध्यम से लोगों को अवरोधमुक्त एवं सुरक्षित सड़क यातायात की सुविधा मिलेगी.