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सतकोसिया इको रिट्रीट कैंप के तीन कॉटेज में लगी भीषण आग, बाल-बाल बचे IPS दंपति

सोशल एक्टिविस्ट रबि दास ने इस घटना को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आजतक से बात करते हुए कहा कि इस महामारी के काल में ईको रिट्रीट कैंप की क्या आवश्यकता थी, अगर आप एक फुलप्रूफ अरेंजमेंट तैयार नहीं कर सकते हैं तो?

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अस्थायी कैनवास   कॉटेज जलकर राख (फोटो- आजतक)
अस्थायी कैनवास कॉटेज जलकर राख (फोटो- आजतक)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • इको रिट्रीट कैंप में लगी भीषण आग
  • तीन कॉटेज जलकर स्वाहा
  • बाल बाल बचे IPS दंपति

ओडिशा के कटक जिले के बालिपुट के पास सतकोसिया ईको रिट्रीट कैंप के तीन टैंटों में आग लग गई. देखते ही देखते ओडिशा पर्यटन विभाग द्वारा बनाया गया अस्थायी कैनवास कॉटेज जलकर राख हो गया. रविवार सुबह 5 बजे की इस आगजनी की घटना में दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी बाल बाल बच गए. इस घटना के बाद से वहां मौजूद पर्यटकों में दहशत का माहौल है. 

सतकोसिया ईको रिट्रीट कैंप को ओडिशा पर्यटन विभाग द्वारा महानदी के तट पर बनाया गया था. परिवहन आयुक्त संजीव पांडा और उनकी आईपीएस अधिकारी पत्नी संतोष बाला (गृह विभाग की विशेष सचिव), ईको-रिट्रीट साइट पर एक कॉटेज में ठहरे हुए थे. जिन तीन कॉटेज में आग लगी थी यह कॉटेज भी उन्हीं में से एक था. गनीमत ये रही कि दोनों आईपीएस दंपति इस घटना में बाल बाल बच गए. 

वरिष्ठ आईपीएस पांडा ने ट्वीट कर कहा कि आग सुबह पांच बजे लगी. वह और उनकी पत्नी इस घटना में बाल बाल बचे. पांडा ने आग का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, 'भगवान की कृपा से, मैं और संतोष बच गए हैं. शॉर्ट सर्किट के कारण 28 फरवरी को सुबह पांच बजे सतकोसिया ईको रिट्रीट में हमारे कॉटेज में आग लग गई थी. तीन कॉटेज जल गए. हमें किसी तरह की चोट नहीं आई है.'

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सोशल एक्टिविस्ट रबि दास ने इस घटना को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आजतक से बात करते हुए कहा कि इस महामारी के काल में ईको रिट्रीट कैंप की क्या आवश्यकता थी, अगर आप एक फुलप्रूफ अरेंजमेंट तैयार नहीं कर सकते हैं तो? लोग यहां मरने नहीं आए हैं.

उन्होंने कहा कि ईको रिट्रीट बाहर की कंपनियों की अनुमति से बनाई गई है. इन सब में अपना स्वार्थ निहित होता है. अधिकारी ऐसा करना चाहते हैं क्योंकि उन्हें भी आनंद लेने का अवसर मिलता है. वो अपना मन बहलाते हैं. 

माना जा रहा है कि आग, शॉर्ट सर्किट के कारण लगी है. ओडिशा के पर्यटन विभाग ने पुष्टि करते हुए कहा कि घटना में किसी को चोट नहीं आई है और न ही किसी की मौत हुई है. 
बता दें, सतकोसिया ईको रिट्रीट कैंप को ओडिशा पर्यटन विभाग द्वारा कटक जिले के अतागढ़ उपमंडल के तहत नरसिंहपुर में बालिपुट में महानदी नदी के तट पर पिछले साल 29 दिसंबर को कोविड-19 के बाद पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था.

 

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