कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई वैसे तो जेल में बंद है, लेकिन यहां से बैठकर भी वो अपने दुश्मनों को चुन-चुनकर मारता रहता है. और इसमें उसकी मदद करते हैं उसके गुर्गे. ऐसे ही एक दुश्मन की हत्या की साजिश बिश्नोई ने रची थी, लेकिन उसका प्लान फेल हो गया.
दरअसल, बिश्नोई गैंग का मुकाबला बंबीहा गैंग से है. बंबीहा गैंग का चीफ देवेंद्र बंबीहा पंजाब पुलिस के साथ एनकाउंटर में मारा गया था. और अब इस गैंग की कमान आर्मेनिया में बैठा गैंगस्टर लकी पटियाल संभाल रहा है. लकी पटियाल और लॉरेंस बिश्नोई एक दूसरे के जानी दुश्मन हैं. दोनों गैंग के बीच न सिर्फ पंजाब, बल्कि विदेशी धरती पर भी खूनी खेल लगातार चलता रहता है.
अब इन दोनों की जानी दुश्मनी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल, साल 2022 में अजरबैजान से पकड़े गए सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड और बिश्नोई का बेहद खास सचिन थापन ने दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के सामने खुलासा किया है कि जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई ने उसे टास्क दिया था कि वो आर्मेनिया जाए और लकी पटियाल को वहीं खत्म कर दे.
इस पूरे प्लान के तहत, सबसे पहले सिद्धू मूसेवाला को निशाना बनाया जाता है. वो इसलिए क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई और उसकी गैंग का मानना था कि सिद्धू मूसेवाला बंबीहा गैंग को सपोर्ट करता है.
प्लान के तहत सबसे पहले सचिन थापन सिद्धू की हत्या के लिए हथियार, शूटर सब कुछ अरेंज करता है और फिर हत्या से ठीक पहले दिल्ली से तिलक राज टोटेजा नाम का फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग जाता है.
दुबई में सचिन को लकी पटियाल की हत्या का टास्क मिलता है. दुबई से वो अजरबैजान जाता है. अजरबैजान में पहले से ही राजस्थान का कुख्यात डॉन रोहित गोदारा मौजूद रहता है. सचिन और रोहित अजरबैजान में बैठकर लकी पटियाल की हत्या की प्लानिंग करते हैं.
सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन तभी जांच एजेंसियों ने सचिन की ऐपल आईडी की पहचान की और उसकी सिग्नल आईडी को ट्रैक कर इंटरपोल की मदद से उसे हिरासत में ले लिया. अजरबैजान के जिस इलाके से सचिन को पकड़ा गया था, वो आर्मेनिया से महज 200 किलोमीटर दूर था. 2023 में स्पेशल सेल की टीम सचिन को भारत लेकर आ गई.
माना जाता है कि अगर लकी पटियाल की हत्या हो जाती तो लॉरेंस बिश्नोई उत्तर भारत का सबसे बड़ा डॉन बन जाता, क्योंकि अभी उसकी गैंग को सिर्फ बंबीहा गैंग से ही चुनौती मिलती है.