scorecardresearch
 

सुक्खू सरकार बच गई लेकिन 90 दिन बाद क्या होगा?

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के हाथ से सरकार जाते-जाते बची है और सुक्खू सरकार पर आया संकट फिलहाल 3 महीने के लिए टलता हुआ दिख रहा है. कांग्रेस ने ये डैमेज कंट्रोल कैसे किया, राज्यसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने सपा में सेंधमारी कैसे की और इससे कांग्रेस की चिंता भी क्यों बढ़ गई, देश के समुद्री राज्य गुजरात से ड्रग्स की अबतक की सबसे बड़ी खेप पकड़ में आई है. सुरक्षा एजेंसियों ने कैसे इस मिशन को अंजाम दिया गया और गुजरात में लगातार ड्रग्स की आवक क्यों बढ़ गई है, सुनिए 'दिन भर' में नितिन ठाकुर के साथ.

Advertisement
X

राज्यसभा की एक तिहाई सीटों के लिए हर दो साल में चुनाव होते हैं, लेकिन कई बार ये राज्य सरकारों के लिए लिटमस टेस्ट बन जाते हैं. जैसे कल के चुनाव में हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ हुआ. कांग्रेस के 6 विधायकों की क्रॉस वोटिंग से कांग्रेस ने एक सीट तो गंवाई ही, सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे. आनन-फ़ानन में कांग्रेस ने हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को ऑब्जर्वर्स बनाकर हिमाचल प्रदेश भेजा, जिसके बाद आज दोपहर में ख़बर आयी कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऑब्जर्वर्स के सामने इस्तीफे की पेशकश की है. थोड़ी देर बाद सीएम सुक्खू ने साफ किया कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है. इस्तीफे की बात बीजेपी की तरफ से फैलाई गई अफवाह है.

सुक्खू सरकार को ‘जीवनदान’ 

इन सब के बीच आज सुबह हिमाचल विधानसभा के स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने बीजेपी के 15 विधायकों को सदन की कार्यवाही से सस्पेंड कर दिया. वहीं सुक्खू सरकार ने बजट पास कराकर विश्वास मत हासिल कर लिया है, जिसके बाद विधानसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है. इसके बाद अब सुक्खू सरकार को कम से कम तीन महीने तक कोई खतरा नहीं है. इस पूरे गहमागमी पर लगातार नजर बनाई हुई है आज तक रेडियो रिपोर्टर मौसमी सिंह से…उनसे हमने इसी सियासी हलचल पर बात की. विधायकों की सुखविंदर सिंह सुक्खू से नाराजगी की वजह क्या है, कांग्रेस इस सियासी डैमेज को कैसे कंट्रोल कर रही है और बीजेपी की आगे की स्ट्रेटजी क्या है? सुनिए 'दिन भर' की पहली ख़बर में.

अखिलेश किस बात से ‘दुखी’?

कल यूपी के लिए हुए राज्यसभा चुनाव में अखिलेश यादव की पार्टी सपा के 8 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की. जिसकी वजह से सपा को एक राज्यसभा सीट का नुक़सान हो गया और बीजेपी 8वें कैंडिडेट संजय सेठ चुनाव जीत गए. उनकी इस जीत से सपा और कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव के ऐन मौके पर मुश्किलें खड़ी हो गई है. इस बात करेंगे… आज अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कॉफ्रेंस कर रहे थे. जहां उन्होंने अपना एक और दुख जाहिर किया…

Advertisement

वैसे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के सामने आज एक नई मुसीबत भी आ गई. उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने पूछताछ के लिए समन भेजा है. सीबीआई की ओर से सीआरपीसी की धारा 160 के तहत समन भेजा गया है. सीबीआई ने अखिलेश यादव को पूछताछ के लिए गुरुवार को बुलाया है. अखिलेश यादव को सीबीआई ने किस मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है, बीजेपी ने सपा में कैसे सेंधमारी की और रायबरेली में कांग्रेस की चिंता क्यों बढ़ गई है? सुनिए 'दिन भर' की दूसरी ख़बर में.


ड्रग्स पकड़ा क्यों नहीं जाता?

भारतीय नौसेना, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और गुजरात एटीएस ने ज्वॉइंट ऑपरेशन चलाकर गुजरात के कच्छ से नशीले पदार्थों की खेप बरामद की है.  जानकारी के मुताबिक,  3100 किलो इस ड्रग्स की इंटरनेशनल मार्केट में वैल्यू 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा है.


इंडियन नेवी ने बताया है कि पकड़ा गया ड्रग्स  ईरान से लाया जा रहा था, जिसकी सूचना मिलने पर नेवी ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है. भारतीय नौसेना ने संदिग्ध नाव कि जांच करते हुए ड्रग्स बरामद की और 5 क्रू मेंबर्स को भी अपने कब्जे में ले लिया है. हिरासत में लिए गए पांचों आरोपियों के पाकिस्तानी होने की आशंका है, जिन्हें गुजरात के पोरबंदर ले जाया गया है.

Advertisement


गृह मंत्री अमित शाह ने इस कार्रवाई के बाद एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि भारत को ड्रग मुक्त राष्ट्र बनाने के लिए ये एक बहुत बड़ा कदम है. साथ ही उन्होंने एनसीबी, नेवी और गुजरात पुलिस को बधाई दी है.इस ऑपरेशन को कैसे अंजांम दिया गया और सूबे में अचानक से ड्रग्स की स्मगलिंग क्यों बढ़ गई? सुनिए 'दिन भर' की आखिरी ख़बर में.


 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement