तमिलनाडु के इरोड जिले के पेरुंदराई क्षेत्र में अंतरजातीय विवाह को लेकर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 21 वर्षीय युवती का कथित रूप से उसकी ही बहन और परिवार के सदस्यों ने अपहरण कर लिया. पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए युवती को सुरक्षित बचाया और पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. यह मामला सामाजिक तनाव और परिवारिक विरोध के कारण किए गए कथित अपराध की ओर इशारा करता है.
जानकारी के अनुसार, 21 वर्षीय महालक्ष्मी और आंधीयूर के रहने वाले 25 वर्षीय सेतुराज पिछले तीन वर्षों से एक-दूसरे को पसंद करते थे. सेतुराज एक निजी कंपनी में ड्राइवर के रूप में काम करता है. दोनों ने 5 दिसंबर को परिवार के विरोध के बावजूद घर से भागकर विवाह कर लिया और जिले के महिला पुलिस थाने में सुरक्षा की मांग की. परिवार की ओर से विरोध जारी रहने के कारण पुलिस ने सुरक्षा के तहत इस दंपति को पेरुंदराई में एक रिश्तेदार के घर पर रहने की सलाह दी थी.
घटना उस समय हुई जब महालक्ष्मी की बड़ी बहन कौसल्या ने उसे फोन कर मिलने की इच्छा जताई. दोनों कौसल्या से मिलने पहुंचे. उसने उन्हें साथ में खाने के लिए रेस्तरां चलने को कहा. सब कुछ सामान्य लग रहा था, लेकिन रेस्तरां से बाहर निकलते ही एक पहले से मौजूद गैंग ने कथित रूप से कौसल्या की मदद से महालक्ष्मी को जबरन कार में बैठाया और निकल गए.
यह देखकर हैरान सेतुराज ने तुरंत पुलिस हेल्पलाइन नंबर 100 पर फोन कर घटना की जानकारी दी. पेरुंदराई पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले. तकनीकी और मानवीय जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने छापेमारी कर महालक्ष्मी को सुरक्षित बरामद कर लिया.
पुलिस के अनुसार, महालक्ष्मी ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसका परिवार उसकी अंतरजातीय शादी को स्वीकार नहीं कर रहा था और इसी नाराजगी के चलते यह साजिश रची गई. पुलिस ने बयान दर्ज करने के बाद कौसल्या समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने बताया कि मामले की आगे जांच की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि अपहरण की योजना किसने बनाई थी और इसमें और कौन-कौन शामिल हो सकता है.