मिजोरम के सेरछिप जिले में सीमा सुरक्षा बल (BSF) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने संयुक्त अभियान चलाकर सीमा पार नशीली दवाओं की तस्करी को करारा झटका दिया है. इस अभियान में 9.6 लाख मेथाम्फेटामाइन टैबलेट्स (याबा) बरामद की गई हैं. इनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 144 करोड़ रुपये आंकी गई है. इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को खुफिया इनपुट पर BSF और NCB की टीम ने सेरछिप कस्बे के पास एक पिकअप ट्रक को रोका. तलाशी के दौरान ट्रक से भारी मात्रा में नशीली गोलियां बरामद हुईं. गिरफ्तार आरोपी आइजोल के निवासी बताए जा रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि ये गोलियां म्यांमार से भारत में तस्करी कर लाई जा रही थीं और इन्हें बड़े नेटवर्क के जरिए विभिन्न राज्यों में खपाने की योजना थी.
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यह लगातार दूसरी बड़ी कामयाबी है, जो BSF और NCB की टीम को मिली है. इससे पहले 21 अगस्त को भी BSF, NCB और मिजोरम एक्साइज एवं नारकोटिक्स विभाग की संयुक्त कार्रवाई में आइजोल-चंपाई हाईवे (NH-6) पर लगभग 5 लाख याबा टैबलेट्स और 36 ग्राम हेरोइन बरामद की गई थी. उस समय आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था और चार वाहन भी जब्त किए गए थे.
अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की लगातार सफलताओं से साफ है कि मिजोरम को ड्रग्स तस्करी के ट्रांजिट पॉइंट के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. हालांकि सीमा सुरक्षा बल (BSF), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और राज्य एजेंसियां मिलकर इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए लगातार सघन अभियान चला रही हैं.