आम आदमी पार्टी की दिल्ली इकाई बीते 15 दिनों से हाइपर एक्टिव मोड में है. पार्टी ने प्रदूषण के मुद्दे से लेकर यमुना की सफाई तक दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. आम आदमी पार्टी दिल्ली सरकार के प्रचारित और भव्य आयोजनों की कलई खोलने में लगी है. दिल्ली में आम आदमी पार्टी के इस नए धारदार अंदाज और रणनीति के केंद्रबिंदु बने हैं सौरभ भारद्वाज.
दिल्ली के पूर्व मंत्री और अब पार्टी के दिल्ली प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधने के बिल्कुल नए तरीके ईजाद किए हैं. जब दिल्ली की बीजेपी सरकार ने संकेत दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में छठ पूजा के दौरान यमुना के वासुदेव घाट पर डुबकी लगा सकते हैं, तब भारद्वाज ने “वॉक थ्रू” करते हुए दावा किया कि वासुदेव घाट पर एक कृत्रिम तालाब बनाया गया है, जिसमें “सोनिया विहार वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट से लाया गया स्वच्छ गंगाजल” भरा गया है.
छठ की सुबह अर्घ्य के समय जब प्रधानमंत्री मोदी वासुदेव घाट नहीं पहुंचे तो आम आदमी पार्टी ने इसे जीत के रूप में पेश किाय. हालांकि, पीएम मोदी के इस दौरे की कभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई थी.
सौरभ भारद्वाज के वीडियो का टीएमसी समेत INDIA गठबंधन के कई नेताओं ने समर्थन किया. यमुना में प्रदूषण साबित करने के लिए भारद्वाज ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) की 23 अक्टूबर की लैब रिपोर्ट जारी की, जिसमें यमुना के पानी में अत्यधिक फीकल कोलीफॉर्म (मानव मल के जीवाणु) पाए गए. उन्होंने लगातार यह याद दिलाया कि बीजेपी ने ही पहले केजरीवाल सरकार को यमुना प्रदूषण और डिफोमर केमिकल के इस्तेमाल को लेकर घेरा था.
आम आदमी पार्टी की दिल्ली इकाई ने सरकारी दस्तावेज, आदेश, जमीनी रिपोर्ट के जरिए बीजीपे सरकार को घेरते नजर आए. इसके अलावा प्रेस कॉन्फ्रेंस और स्पूफ सॉन्ग का इस्तेमाल कर भी दिल्ली सरकार को घेरते रहे.
इस बीच, दिल्ली सरकार द्वारा कराई गई क्लाउड सीडिंग के असफल होने ने विपक्ष के हमले को और धार दी. सौरभ भारद्वाज और उनकी टीम ने दिल्ली के अलग-अलग इलाकों और सचिवालय से वीडियो बनाकर आर्टिफिशियल रेन के झूठे दावों को ध्वस्त करने की मुहिम चलाई.
जब दिल्ली के मंत्री मंजींदर सिंह सिरसा ने बताया कि क्लाउड सीडिंग क्यों सफल नहीं हो पाई, तब AAP ने एक और स्पूफ सॉन्ग जारी किया, जिसमें भारद्वाज, AAP विधायक संजय झा और पार्टी प्रवक्ता छतरियों के साथ कमरे के अंदर नाचते नज़र आए.
AAP सूत्रों के मुताबिक, भारद्वाज खुद प्रवक्ताओं के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल्स और मीटिंग्स कर रहे है. वे उन्हें हवा और पानी के प्रदूषण की तकनीकी बारीकियां समझाते हैं ताकि वे सोशल मीडिया और टीवी डिबेट्स में बीजेपी सरकार को घेर सकें. “वॉक थ्रू” जैसे वीडियो बनाने की सोच भी इन्हीं बैठकों का नतीजा है, चाहे वह जलभराव हो, बिगड़ती एयर क्वालिटी हो या “कृत्रिम बारिश” का मज़ाक उड़ाना.
AAP के भीतर अब यह प्रतिस्पर्धा चल रही है कि कौन नया दस्तावेज़ या सरकारी रिपोर्ट खोजकर रेखा गुप्ता सरकार पर तंज कसे और सबसे व्यंग्यपूर्ण तरीके से हमला बोले. जब वासुदेव घाट वाले वीडियो और “कृत्रिम बारिश” पर AAP का हमला वायरल हुआ, तो कांग्रेस भी मैदान में उतर आई.
दिल्ली यूथ कांग्रेस ने भी बीजेपी सरकार पर वार करते हुए “बारिश चोरी” (Rain Theft) की शिकायत पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में दर्ज कराई. राजनीतिक विरोधियों की इस तीखी आलोचना के बीच दिल्ली सरकार ने कहा कि बादलों में नमी ज्यादा नहीं होने की वजह से फिलहाल क्लाउड सीडिंग प्रयोग को रोक दिया गया है. यह प्रयोग प्रदूषण संकट से निपटने और सरकार की सकारात्मक छवि गढ़ने के लिए था लेकिन फिलहाल यह उनके विरोधियों का हथियार बन गया है.