जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के प्रमुख फॉर्मासिस्ट माखन लाल बिंदरू की बेटी डॉक्टर श्रद्धा बिंदरू, ने उनके पिता की हत्या करने वाले बंदूकधारियों को एक बहस में उनका सामना करने की चुनौती दी है. श्रद्धा के पिता माखन लाल की मंगलवार को संदिग्ध आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में कल मंगलवार को श्रीनगर और बांदीपोरा जिलों में अलग-अलग घटनाओं में संदिग्ध आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडित माखन लाल बिंदरू समेत तीन नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी. माखन लाल बिंदरू की श्रीनगर में उनकी दुकान बिंदरू मेडिकेट में हत्या कर दी गई थी.
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने बुधवार को पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. परिजनों से मुलाकात के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुख की बात है. उन्होंने लोगों को सब कुछ दिया. जब लोग यहां से चले गए तब भी वे लोगों की सेवा के लिए रुके रहे. लेकिन कुछ अमानवीय लोगों ने उनकी हत्या कर दी.
दूसरी ओर, श्रीनगर के मेयर जुनैद अजीम मट्टू ने ट्वीट कर कहा कि हफ्त चिनार चौक से जहांगीर चौक (जहां बिंदरू मेडिकेट स्थित है) तक की सड़क का नाम शहीद माखन लाल बिंदरू रोड रखा जाएगा, जो समाज में उनके योगदान के लिए श्रद्धांजलि होगी. इस संबंध में एक प्रस्ताव औपचारिक रूप से एसएमसी जनरल काउंसिल में प्रस्तावित किया जाएगा.
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उनकी आत्मा हमेशा जीवित रहेगीः श्रद्धा
पिता की आतंकियों की ओर से की गई हत्या पर श्रद्धा बिंदू ने कहा, 'उनके पिता भले ही मर गए हों, लेकिन उनकी आत्मा हमेशा जीवित रहेगी. मेरे पिता एक लड़ाकू थे, हमेशा कहते थे कि 'मैं अपने जूते पहनकर मरूंगा.''
श्रद्धा ने कहा, 'आप एक व्यक्ति को मार सकते हैं, लेकिन आप माखन लाल की आत्मा को नहीं मार सकते. जिसने मेरे पिता को गोली मारी है, मेरे सामने आओ. मेरे पिता ने मुझे शिक्षा दी, जबकि राजनेताओं ने तुम्हें बंदूकें और पत्थर दिए. आप बंदूकों और पत्थरों से लड़ना चाहते हैं? यही कायरता है. सभी राजनेता आपका उपयोग कर रहे हैं, आओ और शिक्षा पर बहस करो.'
उन्होंने आगे कहा, 'मिस्टर, जिन्होंने काम करते समय मेरे पिता की गोली मारकर हत्या कर दी थी, अगर आप में हिम्मत और साहस है, तो आओ और हमारे साथ आमने-सामने बहस करें. फिर हम देखेंगे कि आप क्या हैं. आप नहीं करेंगे. एक शब्द बोलने में सक्षम हो. आप केवल पत्थर फेंक सकते हैं और पीछे से गोलियां चला सकते हो.'
“My father Makhan Lal Bindroo a Kashmiri Pandit will never die. You can just kill the body and he will be alive in the spirit,” says Dr Shraddha Bindroo. #srinagar #Kashmir pic.twitter.com/Ai938ty2wP
— Parvaiz Ahmad Qadri (@Parvaiz_Qadri) October 6, 2021
हिंदू होने के बावजूद मैंने कुरान पढ़ीः श्रद्धा
अपने परिवार की यात्रा को याद करते हुए श्रद्धा बिंदरू ने कहा, 'मैं एक एसोसिएट प्रोफेसर हूं. मैंने शून्य से शुरुआत की. मेरे पिता ने साइकिल से शुरुआत की, मेरा भाई एक प्रसिद्ध मधुमेह रोग विशेषज्ञ (diabetologist) है, मेरी मां दुकान में बैठती है, इन्हीं माखन लाल बिंदरू ने हमें बनाया है. एक कश्मीरी पंडित, वह कभी नहीं मरेगा. हिंदू होने के बावजूद मैंने कुरान पढ़ी है. कुरान कहता है कि तुम शरीर को मार सकते हो, आत्मा जीवित रहती है. बिंदरू आत्मा के रूप में जिंदा रहेगा.'
इससे पहले एक अन्य साक्षात्कार को श्रद्धा को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'वह एक शानदार शख्स थे जिन्होंने कश्मीर और कश्मीरियत की सेवा की. उनका शरीर चला गया लेकिन उनकी आत्मा अभी भी जीवित है. अपराध के लिए जिम्मेदार व्यक्ति ने अपने लिए नरक के दरवाजे खोल दिए हैं.'
68 वर्षीय माखन लाल बिंदरू को हमलावरों ने उस समय गोली मार दी जब वह अपनी फॉर्मेसी में था और दवा बेच रहे थे.
बिंदरू को चार गोलियां लगीं
एक अधिकारी ने बताया कि माखन लाल बिंदरू को चार गोलियां लगीं और उन्हें तुरंत एसएमएचएस अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. क्षेत्र के एक प्रसिद्ध केमिस्ट, बिंदरू कई दशकों से श्रीनगर में अपनी फॉर्मेसी चला रहे थे, साथ में परोपकारी कार्यों के लिए भी जाने जाते थे.
एक कश्मीरी पंडित, माखन लाल बिंदरू अपने समुदाय के उन चंद लोगों में से एक थे, जो 1990 में आतंकवाद की शुरू होने के बावजूद घाटी से बाहर नहीं गए. वह अपनी पत्नी के साथ अपने बिजनेस का संचालन जारी रखने के लिए रुक गए थे, जो कि दवाओं के लिए शहर में एक विश्वसनीय नाम बन गया.
एक अधिकारी ने बताया कि एक घंटे के भीतर आतंकवादियों ने शहर के हवाल क्षेत्र में हमला कर दिया, जिसमें बिहार के रहने वाले एक रेहड़ी-पटरी विक्रेता की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि भेलपुरी बेचने वाले वीरेंद्र पासवान को भी गोली मार दी गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई.
अधिकारियों ने कहा कि दूसरी हत्या के कुछ ही मिनटों के भीतर, आतंकवादियों ने बांदीपुरा जिले के नायदखाई में मोहम्मद शफी लोन की गोली मारकर हत्या कर दी. लोन स्थानीय टैक्सी स्टैंड के अध्यक्ष थे.