सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के तेज गेंदबाज उमरान मलिक ने अपने आईपीएल डेब्यू में रफ्तार से सबका दिल जीत लिया. रविवार को केकेआर के खिलाफ मुकाबले में इस कश्मीरी गेंदबाज ने शुभमन गिल को 151.03 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से एक गेंद डाली. यह आईपीएल 2021 में किसी भारतीय गेंदबाज की ओर से फेंकी गई सबसे तेज गेंद थी.
हालांकि, दाएं हाथ के गेंदबाज उमरान 150 किमी के जादुई निशान को छूने वाले पहले भारतीय नहीं हैं. जवागल श्रीनाथ, वरुण आरोन और जसप्रीत बुमराह उन भारतीय गेंदबाजों में शामिल हैं जो ऐसा कर चुके हैं. लेकिन जम्मू-कश्मीर के लिए सिर्फ दो मुकाबले खेलने वाले इस युवा गेंदबाज में तो कुछ खास है, जिसने क्रिकेट के चाहने वालों को अपना मुरीद बना लिया है.
...पिता को था इस बात का डर
21 साल के उमरान के लिए आईपीएल तक का सफर आसान नहीं रहा है. उमरान के पिता अब्दुल मलिक स्थानीय स्तर पर फल और सब्जियों की दुकान करते हैं. उमरान ने चार साल पहले गुज्जर नगर में कंक्रीट पिच पर अपना करियर शुरू किया था. जब कभी-कभार उमरान रात को टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलने जाते थे, तो अब्दुल मलिक अपने बेटे का पीछा करते थे. क्योंकि उन्हें डर था कि उमरान कहीं गलत रास्ते पर नहीं चला जाए.
उमरान के पिता अब्दुल मलिक ने एक इंडियन एक्सप्रेस से कहा, 'जानते हैं कि यह उम्र कैसी होती है. बहुत सारे युवा ऐसे हैं जो ड्रग्स आदि का सेवन कर अपनी जिंदगी खराब कर रहे हैं. मैं चिंतित था. लेकिन उन्होंने (उमरान) हमें आश्वस्त किया कि उसके पास केवल क्रिकेट का नशा है. इसलिए परिवार को चिंतित होने की जरूरत नहीं है. कभी-कभी मैं छिपकर देखता था कि वह वास्तव में खेल रहा है या नहीं. '
अब्दुल मलिक आगे कहते हैं, 'ईश्वर दयालु रहे हैं. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अपने बेटे को आईपीएल में खेलूते देखूंगा. मैं फल और सब्जियां बेचता हूं और यह हम सभी के लिए एक सपने के सच होने जैसा है. अब, मैं उसे एक दिन भारत के लिए खेलते हुए देखने की उम्मीद कर रहा हूं.
कोच रणधीर सिंह मन्हास कहते हैं, 'उमरान की असल यात्रा काफी पहले शुरू हो गई थी, जब वह बिना उचित क्रिकेट जूते के अपने घर के पास कोचिंग नेट पर उतरे. वह एक साधारण दुबला-पतला लड़का था जो नेट्स में गेंदबाजी करना चाहता था. मैंने कहा ओके, बॉल डालो.'
मन्हास ने आगे कहा, 'हमारे पास एक खिलाड़ी था जो जम्मू-कश्मीर टीम के लिए खेला करता था. उन्होंने उमरान को देखा और मुझसे कहा, 'सर, इस लड़के में तेज गति है और इसे उच्च स्तर पर क्रिकेट खेलने के लिए निखारा जा सकता है. तब कौन जानता था कि तीन साल बाद वह आईपीएल खेलेगा.'
उमरान का सामना करने से डरते थे खिलाड़ी
उमरान मलिक जम्मू में अंडर-19 ट्रायल के लिए गए और फिर उन्हें जम्मू-कश्मीर टीम के लिए चुना गया. उन्हें जम्मू-कश्मीर के अनुभवी परवेज रसूल और कोच इरफान पठान ने करीब से देखा है, जो इस पूरे क्षेत्र में टैलेंट की खोज में हैं. परवेज रसूल कहते हैं, 'हमारी टीम के कुछ जूनियर खिलाड़ी उसका सामना करने से डरते थे. उन्हें डर था कि वह चोटिल हो जाएंगे. उसके पास काफी तेज गति थी, जिसने सबका ध्यान खींचा.'
... इरफान पठान ने कही ये बात
जम्मू एवं कश्मीर टीम के मेंटर एवं पूर्व भारतीय गेंदबाज पठान भी उमर से काफी प्रभावित हैं. इरफान कहते हैं, 'जिस तरह से विकेटकीपर उनकी गेंदों को पकड़ रहा था, उससे आप उनकी गति का अंदाजा लगा सकते हैं. वह नैसर्गिक रूप से तेज गेंदबाज हैं. किसी युवा गेंदबाज की तरह उसे बल्लेबाजों को हिट करना, उनकी थाई पैड पर गेंद मारना पसंद है. वह एक टच रॉ था, लैंडिंग के दौरान उसकी उछाल ज्यादा रहती थी, इसलिए हमने इस पर काम किया है.
The off-stump in training was a victim of Umran's serious pace! #OrangeArmy #OrangeOrNothing #IPL2021 pic.twitter.com/FVD3b2u8Ld
— SunRisers Hyderabad (@SunRisers) October 4, 2021
डेविड वॉर्नर को किया था परेशान
पठान ने आगे बताया 'इस सीजन में जब तेज गेंदबाज टी. नटराजन को कोविड-19 के चलते बाहर कर दिया, तब उमरान को नटराजन के बदले टीम में शामिल किया गया. मुझे बताया गया कि उमरान ने डेविड वॉर्नर को नेट सेशन के दौरान शानदार गेंदबाजी की और उन्हें मौका नहीं दिया. उनकी तूफानी गति ने सभी को प्रभावित किया और यही कारण है कि उन्हें नटराजन के स्थान पर चुना गया.'