प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गुजरात के भरुच में ‘उत्कर्ष समारोह’ को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने कहा कि भले ही वह दो बार देश के प्रधानमंत्री बन गए हों, लेकिन अभी वह काम करेंगे. पीएम ने कहा वह अलग मिट्टी के बने हैं. उनका इरादा ‘आराम’ करने का नहीं है, बल्कि उनका सपना सरकारी योजनाओं का शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करना है. इसके लिए वह नए संकल्पों और नई ऊर्जा से जुट जाने की तैयारी में हैं.
‘उत्कर्ष समारोह’ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक दिन एक ‘बहुत बड़े नेता’ उनसे मिलने आए थे और उन्होंने उनसे कहा था कि ‘मोदी जी ये क्या करना है. दो-दो बार आपको देश ने प्रधानमंत्री बना दिया. अब क्या करना है.’ पीएम ने नेता का नाम नहीं बताया, लेकिन कहा कि वो उनका राजनीतिक विरोध करते रहते हैं, लेकिन ‘मैं उनका आदर भी करता रहता हूं.’
'मोदी किसी अलग मिट्टी का है'
पीएम मोदी ने कहा, ‘उनको (विपक्षी नेता) लगता था कि दो बार प्रधानमंत्री बन गया, मतलब बहुत कुछ हो गया. उनको पता नहीं है मोदी किसी अलग मिट्टी का है. ये गुजरत की धरती ने उसको तैयार किया है और इसलिए जो भी हो गया, अच्छा हो गया, चलो अब आराम करो, नहीं मेरा सपना है–सैचुरेशन.’
जब भावुक हुए पीएम मोदी
पीएम ने सरकारी योजनाओं के एक लाभार्थी अयूब पटेल से बातचीत की. प्रधानमंत्री ने लाभार्थी से बातचीत करते हुए उनसे पूछा कि क्या वह अपनी बेटियों को शिक्षा देते हैं, जिस पर उन्होंने कहा कि तीन बेटियों में से एक डॉक्टर बनना चाहती है. इस दौरान अयूब पटेल की बेटी भी उनके पास बैठी थी. पीएम मोदी ने बेटी से मेडिकल प्रोफेशन को करियर के तौर पर चुनने का कारण पूछा, जिस पर उसने कहा कि मेरे पिता जिस समस्या से जूझ रहे हैं, उसका इलाज करने के लिए मैं डॉक्टर बनना चाहती हूं.
लड़की का जवाब सुनने के बाद भावुक होकर प्रधानमंत्री ने कुछ पल का मौन रखा और फिर लड़की की सराहना की. उन्होंने कहा कि आपकी करुणा ही आपकी ताकत है. पीएम मोदी ने कहा कि आज का ये उत्कर्ष समारोह इस बात का प्रमाण है कि जब सरकार ईमानदारी से, एक संकल्प लेकर लाभार्थी तक पहुंचती है, तो कितने सार्थक परिणाम मिलते हैं. मैं भरूच जिला प्रशासन को, गुजरात सरकार को सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी 4 योजनाओं के शत-प्रतिशत सैचुरेशन के लिए बधाई देता हूं.