scorecardresearch
 

छत्तीसगढ़: नक्सलियों ने की बीजेपी नेता की हत्या, पुलिस का मुखबिर होने का आरोप

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में भाजपा नेता पूनम सत्यम की नक्सलियों ने हत्या कर दी. मद्देड एरिया कमेटी ने पर्चा फेंककर जिम्मेदारी ली और मुखबिरी का आरोप लगाया. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और सर्च ऑपरेशन जारी है.

Advertisement
X
नक्सलियों का आरोप है कि पूनम सत्यम पुलिस के मुखबिर थे. (Photo- ITG)
नक्सलियों का आरोप है कि पूनम सत्यम पुलिस के मुखबिर थे. (Photo- ITG)

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सोमवार देर रात नक्सलियों ने भाजपा नेता पूनम सत्यम की बेरहमी से हत्या कर दी. पुलिस के मुताबिक यह घटना इलमिडी थाना क्षेत्र के मुझलकांकेर गांव में हुई, जहां सत्यम को घर से जबरन बाहर बुलाकर गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी गई. उनके घर के पास नक्सलियों द्वारा छोड़ा गया पर्चा भी बरामद हुआ है, जिससे मद्देड एरिया कमेटी ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है.

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पर्चे में आरोप लगाया गया था कि "सत्यम पुलिस के लिए मुखबिरी कर रहे थे और कई बार चेतावनी देने के बाद भी ऐसा करते रहे." पुलिस के अनुसार, हत्या को नक्सलियों के चार–पांच सशस्त्र सदस्यों ने अंजाम दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है.

यह भी पढ़ें: बीजापुर में नक्सलियों ने किया IED धमाका, एसटीएफ के तीन जवान घायल, सर्च ऑपरेशन जारी

बीजापुर के एसपी जितेन्द्र यादव ने कहा, "इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है. इलाके में अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं और पूरे क्षेत्र में सघन अभियान जारी है." शुरुआती जांच में पता चला है कि पूनम सत्यम भाजपा के मंडल स्तर के कार्यकर्ता थे और लंबे समय से पार्टी के साथ सक्रिय रूप से जुड़े थे.

Advertisement

हिंसा की विचारधारा का भविष्य नहीं- विजय शर्मा

राज्य के गृह मंत्री विजय शर्मा ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा, "यह हत्या नक्सलियों की हताशा को दर्शाती है. अब खुद स्थानीय लोग समझ रहे हैं कि हिंसा की विचारधारा का कोई भविष्य नहीं है. सरकार इस अतिवाद को समाप्त करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है." भाजपा के राज्य नेतृत्व ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल को तोड़ने की कोशिशें असफल होंगी और यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.​

यह भी पढ़ें: झारखंड के सरंडा जंगल में नक्सलियों का हमला, CRPF इंस्पेक्टर और जवान IED ब्लास्ट में घायल

सुरक्षा बलों के अनुसार, इस वर्ष बस्तर संभाग में अलग-अलग घटनाओं में अब तक लगभग 40 लोगों की नक्सली हिंसा में जान जा चुकी है, जिनमें कई राजनीतिक कार्यकर्ता भी शामिल हैं. मुझलकांकेर और मद्देड क्षेत्र पहले से ही नक्सल प्रभाव वाले इलाके माने जाते हैं.

60 नक्सलियों ने किया आत्मसर्पण

इस बीच नक्सलियों के पोलित ब्यूरो सदस्य और सेंट्रल कमेटी सदस्य मल्लोजूला वेणुगोपाल राव उर्फ सोनू उर्फ भूपति ने अपने 60 साथियों के साथ गढ़चिरौली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है. बीती रात दक्षिण गढ़चिरोली जिले के घने जंगलों में, छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे महाराष्ट्र की तरफ, यह सामूहिक आत्मसमर्पण किया है.

Advertisement

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement