क्या आप जानते हैं कि आपकी आंखें आपके शरीर की कुछ बड़ी हेल्थ प्रॉबलम्स के बारे में संकेत दे सकती हैं? जी हां, आपने सही सुना. आपकी आंखें सिर्फ देखने का काम नहीं करतीं, बल्कि कभी-कभी ये आपके खून में कोलेस्ट्रॉल लेवल के बारे में भी संकेत देने लगती हैं. अक्सर हाई कोलेस्ट्रॉल (मेडिकल भाषा में हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया) के शुरुआती लक्षण हमें महसूस नहीं होते.
मतलब, शरीर में समस्या तब भी शुरू हो जाती है जब हमें किसी तरह की परेशानी का अहसास नहीं होता. लेकिन यही समय है जब हमारी आंखें छोटे-छोटे बदलाव दिखाकर हमें चेतावनी देती हैं. ये बदलाव कभी-कभी इतने सूक्ष्म होते हैं कि आम तौर पर हम उन्हें नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन अगर इन संकेतों पर ध्यान दिया जाए, तो यह हार्ट अटैक, स्ट्रोक या अन्य गंभीर दिल और ब्लड वेसल से जुड़ी बीमारियों के खतरे से पहले चेतावनी देने का काम कर सकते हैं.
इसलिए आंखों की सेहत और नजर में होने वाले छोटे बदलावों को अनदेखा करना सही नहीं है क्योंकि आपकी आंखें आपके शरीर का एर्ली वॉर्निंग सिस्टम भी हैं.
जैंथलेस्मा: आंखों के पास पीली छोटी गांठें
जैंथलेस्मा आंखों के पास, पलक या नाक के किनारे छोटी-छोटी पीली और मुलायम गांठों की तरह दिखती है. ये दर्द नहीं देती और देखने में भी कोई दिक्कत नहीं होती. लेकिन ये हाई कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज या थायरॉइड की समस्या का संकेत हो सकती हैं. खासकर 40 साल से ऊपर की महिलाएं और पोस्टमेनोपॉजल महिलाएं इसे अक्सर महसूस करती हैं.
कॉर्नियल आर्कस: आंख के बाहर सफेद छल्ला
कॉर्नियल आर्कस आंख की कोर्निया (साफ हिस्सा) के किनारे सफेद या ग्रे रंग का छल्ला दिखाता है. 60 साल से ऊपर वालों में इसे arcus senilis कहते हैं और उनमें इसे आमतौर पर नुकसानदायक नहीं माना जाता. 40 साल से कम उम्र में इसे arcus lipoides कहते हैं और ये हाई कोलेस्ट्रॉल या शुरुआती हार्ट डिजीजी का संकेत हो सकता है. यह देखने की क्षमता को प्रभावित नहीं करता, लेकिन पूरा कोलेस्ट्रॉल चेक कराना जरूरी है.
होल्लेनहॉर्स्ट प्लेक्स: रेटिना में कोलेस्ट्रॉल के क्रिस्टल
होल्लेनहॉर्स्ट प्लेक्स रेटिना (आंख के पीछे) की छोटी धमनियों में चमकदार पीले क्रिस्टल होते हैं. ये सिर्फ डायलेटेड आंख की जांच में दिखाई देते हैं. अगर ब्लॉक हो जाएं तो आंखों की रोशनी अस्थायी या स्थायी रूप से प्रभावित हो सकती है. साथ ही यह शरीर में कहीं और कोलेस्ट्रॉल की थक्की समस्या का संकेत भी दे सकते हैं. इसमें तुरंत मेडिकल जांच करानी चाहिए.
रेटिनल वेस्कुलर ऑक्लूजन: अचानक आंख की समस्या
हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण रेटिनल आर्टरी या वेन में ब्लड क्लॉट बन सकता है.
आंख क्यों होती हैं जल्दी प्रभावित?
आंखों की नसें पतली और बहुत एक्टिव होती हैं, इसलिए कोलेस्ट्रॉल का असर जल्दी दिखता है. जो लोग फैटी डाइट लेते हैं, मोटापे से परेशान हैं, डायबिटीज है, कम एक्टिव लाइफस्टाइल जीते हैं या पोस्टमेनोपॉजल हार्मोन बदलाव से गुजर रहे हैं, उनके लिए ये खतरा ज्यादा होता है.