Gut Health : लंबी और हेल्दी जिंदगी तो सब जीना चाहते हैं और इसके लिए खुद को बीमारियों से रखना हर शख्स का मकसद होता है.मगर क्या आप जानते हैं कि आपकी आंते ही ओवरऑल हेल्थ के लिए जिम्मेदार होती है, आप रोजाना जो भी खाते हैं. उसका सीधा असर गट यानी आंत पर पड़ता है, इसलिए आप जो खाते हैं उसका ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरूरी है.
सॉलिड फूड हमारी बॉडी के लिए जरूरी होता है, मगर हमारी डाइट का एक बड़ा हिस्सा रोजाना पीने वाली ड्रिंक्स से बना होता है. सबसे लोग लिक्विड में पानी पीते हैं, आइए जानते हैं कि ठंडा पानी जिसे हम पूरे दिन ना जाने कितने ग्लास पीते हैं, कैसे हमारे शरीर पर असर डालता है.
एम्स, हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से प्रशिक्षित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट और हेपेटोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने ठंडे पानी के असर के साथ डेली ड्रिंक्स के बारें में ऐसी बातें बताई हैं, जिन्हें हर शख्स को पता होनी चाहिए कि वो जो पी रहे हैं, उसका हमारी बॉडी पर आखिर कैसा असर होता है.
डॉ. सेठी ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि बर्फ के ठंडे पानी की तुलना में गर्म या रूम टेम्परेचर का पानी हमारी गट हेल्थ के लिए अच्छा होता है. उन्होंने बताया है कि जब हम ठंडा पानी पीते हैं तो यह हमारी डाइजेशन प्रोसेसे को स्लो कर देता है, जिसके कारण डाइजेस्टिव सिस्टम पर प्रेशर पड़ता है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, ठंडा पानी पीने से मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है और रक्त वाहिकाएं सिकुड़ सकती हैं. इससे दिल पर दवाब बढ़ सकता है, खासकर जो लोग पहले से दिल की बीमारी के मरीज हैं. इसलिए आंतों के बेहतर तरीके से काम करने के लिए अपने दिन की शुरुआत सुबह एक गिलास गर्म पानी से करनी चाहिए.
गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट के मुताबिक, अधिक कॉफी पीने से खासकर खाली पेट पीने से उल्टी, ओवरईटिंग और बेचैनी महसूस हो सकती है.
डॉ. सेठी ने ग्रीन टी को आंत के लिए अच्छा बताया. उन्होंने कहा कि इसे पीने से सूजन कम, मेटाबॉलिज्म बेहतर और गट बैक्टीरिया को बैलेंस करते हैं. इसमें मौजूद एल-थीनाइन आपके माइंड को शांत करने में मदद करता है.
गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट ने लोगों को जूस पीने की बजाय फल खाने की सलाह दी है, क्योंकि जूस में फाइबर नहीं होता है, जिसकी वजह से शुगर बढ़ता है. फलों में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है जो पेट के बैक्टीरिया के इस्तेमाल में आता है.
कोम्बुचा में शुगर की मात्रा अधिक होती है, इसलिए आपको सादे या 5 ग्राम से कम चीनी वाली ड्रिंक्स लेनी चाहिए. आप चाहे तो दही वाली ड्रिंक्स को पी सकते हैं.
डॉ. सेठी ने कहा कि हर्बल चाय सिर्फ आरामदायक नहीं होती हैं, बल्कि इनको पीने से पेट फूलना, सूजन और आंतों की परत की मरम्मत करने में भी मदद मिलती है.
चिया और तुलसी सीड्स पानी में अवशोषित कर गट के लिए अनुकूल जेल बनाते हैं, जो गुड बैक्टीरिया को पोषण देते हैं और फाइबर को बढ़ावा देने के लिए भी अच्छे होते हैं.
शराब थोड़ी मात्रा में ही आंत के बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचाती है और इससे लीकी गट को बढ़ावा मिलता है और इसलिए शराब को नहीं पीना ही आपकी गट हेल्थ के लिए फायदेमंद है.
पुदीना, हरा धनिया, अजमोद और तुलसी में पॉलीफेनॉल्स होते हैं, जो गट हेल्थ के लिए अच्छे होते हैं. यह पत्तेदार जड़ी बूटियों को पकाने की बजाय कच्चा खाने से ज्यादा फायदा मिलता है.